Shahdol News: शहडोल से मुंबई तक सीधी ट्रेन की सुविधा की मांग को जोन महाप्रबंधन ने संज्ञान में लिया

शहडोल से मुंबई तक सीधी ट्रेन की सुविधा की मांग को जोन महाप्रबंधन ने संज्ञान में लिया
  • रैंप का नक्शा पास होने तक एफओबी कार्य को विराम
  • शहडोल में दो एफओबी के बाद तीसरी एफओबी का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है।
  • पहले भी होता रहा है कि एसईसीआर रेलवे के अधिकारियों द्वारा शहडोल की उपेक्षा की जाती रही है।

Shahdol News: शहडोल रेलवे स्टेशन पर रैंप निर्माण के लिए नक्शा पास नहीं होने तक एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) का निर्माण रुका रहेगा। सोमवार को इस आशय की जानकारी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) की 20वीं क्षेत्रीय रेलवे उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (जेडआरयूसीसी) की बैठक में महाप्रबंधक तरूण प्रकाश ने दी। शहडोल से जेडआरयूसीसी सदस्य राजेंद्र सोनी के रैंप निर्माण के सवाल पर जीएम ने बताया कि शहडोल रेलवे स्टेशन पर रैंप निर्माण के लिए प्रपोजल पास होने आया है।

तभी सदस्य ने कहा कि शहडोल में दो एफओबी के बाद तीसरी एफओबी का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। इस पर महाप्रबंधक ने बताया कि ठेकेदार को रैंप का नक्शा पास होने तक एफओबी का काम नहीं करने कहा गया है। शहडोल रेलवे स्टेशन पर रैंप निर्माण की मांग ढाई दशक से ज्यादा समय से चली आ रही है। यहां प्लेटफार्म क्रमांक एक से दो व तीन तक जाने व आने के दौरान बुजुर्ग व मरीज यात्रियों की सुविधा के लिए रैंप का निर्माण जरूरी है।

बैठक में शहडोल से मुंबई तक सीधी ट्रेन की सुविधा उपलब्ध करवाए जाने की मांग को महाप्रबंधक ने संज्ञान में लेने की बात कही। बैठक में दो सांसदो सहित जेडआरयूसीसी के 19 सदस्य शामिल हुए। जिन्होंने प्रमुख रुप से ट्रेनों के ठहराव, देश के विभिन्न स्थानों के लिए नई सेवाएं, महत्वपूर्ण ट्रेनों के विस्तारीकरण की बात रखी।

ऐसे समझें शहडोल की मांग और एसईसीआर का जवाब

> ट्रेन क्रमांक 18236-35 भोपाल-बिलासपुर-भोपाल पैसेंजर को एक्सप्रेस बनाकर इतवारी नागपुर तक विस्तार के सवाल पर रात में 3 बजे बिलासपुर पहुंचने और सुबह 8 से 2 बजे तक रखरखाव की बात कहकर मांग को अव्यवहारिक बता दिया। खासबात यह है कि इसी गाड़ी में एसी कोच लगाने की मांग पर वाणिज्यिक औचित्यता का हवाला दे दिया गया। जबकि इस ट्रेन के इतवारी तक विस्तार से वाणिज्यिक रुप से भी ट्रेन उपयोगी साबित होगी।

> अंबिकापुर से व्हाया शहडोल मुंबई तक सीधी ट्रेन की मांग पर जवाब दिया गया कि अंबिकापुर से कटनी के मध्य 4 एक्सप्रेस ट्रेन और कटनी से मुंबई के बीच 54 गाडिय़ां चलती है। इसलिए तकनीकी कारणों से परिचालन व्यवहार्य नहीं है।

> शहडोल रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म की ऊंचाई बढ़ाने की मांग पर स्वीकृति के लिए प्रपोजल आगे बढ़ाने की जानकारी दी गई।

> यात्री ट्रेन क्रमांक 18048-47 रीवा-बिलासपुर-रीवा का दुर्ग तक विस्तार किए जाने की मांग को यह कहकर दरनिकार कर दिया गया कि इस ट्रेन का बिलासपुर में रखरखाव 10 घंटे के लाईओवर में किया जाता है। बिलासपुर-दुर्ग के बीच पहले से कई गाडिय़ां चल रही हैं और दुर्ग में प्लेटफार्म व पिट लाइन एवं रेक स्टेबलिंग सीमा सीमित होने के कारण दुर्ग तक नहीं बढ़ाया जा सकता है।

नागरिक बोले- सांसद प्रमुखता से रखें मांग तभी होगी पूरी

शहडोल संभाग के रेल यात्रियों की मांग को एसईसीआर रेलवे द्वारा दरकिनार किए जाने मामले में अंचल के नागरिकों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। रेल यात्री संघ के सलीम खान, वीरेंद्र सिंह, शक्ति जौहरी, कारोबारी राजेश गुप्ता, कृष्णा गुप्ता, मनोज गुप्ता, दीपक सिंह, दैनिक रेल यात्री संघ के नवोद चपरा, सभ्रांत नागरिक संदीप अग्रवाल, प्रकाश गुप्ता, शैलेंद्र ताम्रकार सहित अन्य ने कहा कि शहडोल संभाग में रेल सुविधाओं को लेकर नागरिकों की मांग तभी पूरी होगी जब सांसद हिमाद्री सिंह इन मांगों को रेल मंत्री के सामने प्रमुखता से रखेंगी। ऐसा पहले भी होता रहा है कि एसईसीआर रेलवे के अधिकारियों द्वारा शहडोल की उपेक्षा की जाती रही है।

शहडोल की प्रमुख मांग

>> रेलवे स्टेशन में वाशिंग पिट, जहां एक साथ पांच गाडिय़ों के रखरखाव की व्यवस्था हो।

>> शहडोल से मुंबई तक सीधी ट्रेन चलाई जाए, भोपाल-बिलासपुर का इतवारी नागपुर तक विस्तार।

>> रीवा-जयसिंहनगर नई रेल लाइन का काम जल्द प्रारंभ कर प्रोजेक्ट का विस्तार शहडोल तक किया जाए।

Created On :   28 May 2025 1:50 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story