लीबिया नरसंहार के बाद बांग्लादेश के मानव तस्करों पर कसा शिकंजा

Bangladeshs human traffickers tightened after Libya massacre
लीबिया नरसंहार के बाद बांग्लादेश के मानव तस्करों पर कसा शिकंजा
लीबिया नरसंहार के बाद बांग्लादेश के मानव तस्करों पर कसा शिकंजा

ढाका, 4 जून (आईएएनएस)। बांग्लादेशी सुरक्षा बलों ने 30 से अधिक श्रमिकों को लीबिया भेजने के लिए जिम्मेदार 10 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है। इन श्रमिकों में से अधिकांश पिछले सप्ताह हुए जघन्य हमले में मारे गए थे।

रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी)-14 के सहायक निदेशक चंदन देवनाथ ने आईएएनएस को बताया कि ये एक बड़े गिरोह का हिस्सा हैं, जो कोलकाता और मुंबई के माध्यम से मध्य पूर्व और यूरोप में बांग्लादेश के श्रमिकों की तस्करी करते थे।

लीबिया के एक मजदूर ठेकेदार के गुर्गों ने 28 मई को 38 बांग्लादेशी और कुछ अफ्रीकी श्रमिकों पर जानलेवा हमला कर दिया था।

इस हमले में 26 बांग्लादेशी और चार अफ्रीकी प्रवासी कामगारों की मौके पर ही मौत हो गई और दो श्रमिकों ने बाद में एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।

श्रमिकों ने यह भी आरोप लगाया कि लीबिया के ठेकेदार उन्हें काफी प्रताड़ित करते थे।

दो पीड़ित मोहम्मद अली और महबूब को तस्कर खबीरुद्दीन और हेलालुद्दीन हिलू ने भेजा था और इन दोनों को आरएबी ने गिरफ्तार कर लिया है। एक अन्य पीड़ित राजन खांडेकर को तस्कर शाहिद मिया द्वारा भेजा गया था, जिसे आरएबी द्वारा पकड़ा जा चुका है।

आरएबी अधिकारी देवनाथ ने कहा कि घायल प्रवासी जानू मिया को तस्करों खबीरुद्दीन और हेलालुद्दीन ने भेजा था।

आरएबी-3 ने मानव तस्करी के सरगना कमाल उद्दीन उर्फ हाजी कमाल (55) को भी गिरफ्तार किया है।

उसे सोमवार तड़के राजधानी के गुलशन इलाके के शहजादपुर से आरएबी-3 की एक टीम ने गिरफ्तार किया था।

आरएबी-3 के वरिष्ठ पुलिस सुपर अब्दुल जब्बार ने कहा कि कमाल ने कथित तौर पर 28 मई को लीबिया में मारे गए 26 बांग्लादेशी नागरिकों में से कई की तस्करी की थी।

आरएबी के अधिकारी जब्बार ने आईएएनएस को बताया, कमाल इमारतों के लिए टाइल्स की आपूर्ति करता था, लेकिन एक बड़े श्रमिक समूह से भी जुड़ा हुआ था। वह मजदूरों को लीबिया और फिर यूरोप भेजने का वादा करता था। इसके बाद वह पैसे लेने के बाद उन्हें विदेशों में तस्करी करता था। इसी तरह से उसने लीबिया में कम से कम 400 लोगों को भेजा था।

उसकी गिरफ्तारी के बाद आरएबी ने पिछले लगभग 10 वर्षों में कथित तौर पर मानव तस्करी के लिए इस्तेमाल किए गए कमाल के कई पासपोर्ट जब्त किए।

बांग्लादेश ने 28 मई को त्रिपोली से 180 किलोमीटर दक्षिण में लीबियाई शहर मिजदा में हुए नरसंहार का कड़ा विरोध जताया है।

विदेश मंत्री ए. के. अब्दुल मोमिन ने लीबिया और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों से मारे गए लोगों के परिवारों के लिए न्याय और मुआवजे की मांग की है।

Created On :   4 Jun 2020 4:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story