- अहमदाबाद और सूरत मेट्रो प्रोजेक्ट के भूमि पूजन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल होंगे पीएम मोदी
- कोरोना गाइडलाइंस के साथ दिल्ली में 10 महीने बाद खुले स्कूल, खुश नजर आए बच्चे
- यूपी में आज बीजेपी के 10 उम्मीदवार एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करेंगे
- बंगालः बीजेपी नेता शुभेंद्र अधिकारी आज दोपहर 3 बजे कोलकाता में करेंगे रोड शो
- दिल्ली: 26 जनवरी को निकलने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली के खिलाफ SC में आज होगी सुनवाई
जेसिका लाल हत्याकांड: दोषी मनु शर्मा जेल से रिहा, अच्छे व्यवहार के चलते उपराज्यपाल ने समय से पहले रिहाई को दी मंजूरी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मॉडल जेसिका लाल की हत्या का दोषी मनु शर्मा मंगलवार को तिहाड़ जेल से रिहा हो गया है। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने पिछले महीने अच्छे व्यवहार के चलते समय से पहले उसे रिहा करने की मंजूरी दे दी थी। उन्हें दिल्ली के तिहाड़ जेल से 18 अन्य कैदियों के साथ रिहा किया गया है। बता दें कि पूर्व राज्यसभा सदस्य विनोद शर्मा के बेटे मनु शर्मा को 1999 में जेसिका लाल की सनसनखेज हत्या के लिए उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। ट्रायल कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था, लेकिन 2006 में हाईकोर्ट ने फैसले को पलट दिया और उसे दोषी ठहराया। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल 2010 में उसकी उम्र कैद की सजा को बरकरार रखा।
शर्मा के वकील अमित साहनी ने बताया कि यह अदालत में चली लंबी लड़ाई और सजा के खत्म होने के रूप में खुशी का दिन है। यह जेल के अंदर उनके अच्छे व्यवहार का परिणाम है। साहनी ने कहा कि वह पहले ही जेल से बाहर थे, क्योंकि वह आपातकालीन पैरोल पर थे, लेकिन एक जून (सोमवार) को जेल के अंदर सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद, उन्हें अब आधिकारिक तौर पर रिहा कर दिया गया है।
शराब न परोसने से इनकार करने पर मार दी थी गोली
बता दें कि 30 अप्रैल, 1999 की रात दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में सोशलाइट बीना रमानी के स्वामित्व वाली टैमरिंड कोर्ट रेस्तरां में शराब परोसने से इनकार करने के बाद मनु शर्मा ने जेसिका लाल को गोली मार दी थी। जेसिका लाल के कत्ल के आरोप में मनु शर्मा और अन्य अभियुक्तों पर निचली अदालत में सात साल मुकदमा चला था।
परिवार ने सात साल तक लड़ी इंसाफ की लड़ाई
मनु शर्मा हरियाणा के नेता विनोद शर्मा का बेटा है। मामले में सभी आरोपी बरी हो गए थे। आरोपियों के बरी होने के बाद भी जेसिका का परिवार निराश नहीं हुआ। उसकी बहन ने नए सिरे से इस केस में जान फूंकने की कोशिश की। यह मामला मीडिया में उछला। उसके बाद तो जेसिका लाल मर्डर केस में इंसाफ के लिए दिल्ली क्या पूरा देश एक साथ आ गया। इस केस को दोबारा खोलना पड़ा। फास्टट्रैक कोर्ट में केस चला। उसके बाद जेसिका के हत्यारे मनु शर्मा को उम्र कैद की सजा सुनाई गई।
केस पर बनी थी फिल्म 'नो वन किल्ड जेसिका'
2011 में जेसिका लाल मर्डर केस से प्रभावित होकर फिल्म 'नो वन किल्ड जेसिका' बनाई गई। इसमें फिल्म अभिनेत्री रानी मुखर्जी और विद्या बालान प्रमुख भूमिका थे। इसके अलावा फिल्म हल्ला बोल की कहानी भी जेसिका मर्डर केस से प्रभावित थी। दोनों फिल्मों में आम आदमी और मीडिया की ताकत को दर्शाया गया था।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।