निर्भया को 7 साल बाद मिला इंसाफ, लोगों ने मनाया जश्न (लीड-1)

Nirbhaya gets justice after 7 years, people celebrated celebration (lead-1)
निर्भया को 7 साल बाद मिला इंसाफ, लोगों ने मनाया जश्न (लीड-1)
निर्भया को 7 साल बाद मिला इंसाफ, लोगों ने मनाया जश्न (लीड-1)
हाईलाइट
  • निर्भया को 7 साल बाद मिला इंसाफ
  • लोगों ने मनाया जश्न (लीड-1)

नई दिल्ली, 20 मार्च (आईएएनएस)। निर्भया के दोषियों को शुक्रवार तड़के तिहाड़ जेल में फांसी दिए जाने के बाद लंबे समय से पीड़िता को इंसाफ मिलने की राह देख रहे लोगों ने राहत की सांस ली। दिसंबर 2012 में एक मेडिकल छात्रा के साथ निर्मम तरीके से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के दोषियों को आखिरकार उनके किए की सजा मिल गई, जिससे समाज में जघन्य अपराध की सोच रखने वालों के मन में भी डर पैदा होगा।

तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने पुष्टि की कि चार दोषियों - विनय, अक्षय, मुकेश और पवन को सुबह 5.30 बजे एक साथ फांसी दी गई और उन्हें सुबह 6:10 बजे मृत घोषित कर दिया गया।

फांसी दिए जाने के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि मेरी बेटी को आज न्याय मिलने से मैं संतुष्ट महसूस कर रही हूं।

फांसी के बाद जल्लाद पवन ने कहा, मैं चार दोषियों को फांसी देने के बाद खुशी महसूस कर रहा हूं। मैंने इस पल का लंबे समय तक इंतजार किया था।

भारत की बेटी निर्भया को आखिरकार न्याय मिल गया। फांसी की सजा की सूचना मिलते ही तिहाड़ के बाहर एकत्रित भीड़ में अचानक जोश पैदा हो गया। इस दौरान सभी ने जश्न मनाते हुए एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। जेल परिसर के बाहर निर्भया के नाम की गूंज साफ इलाके में दूर तक सुनी जा सकती थी।

इस दौरान लोग निर्भया जि़ंदाबाद के साथ ही न्यायपालिका को धन्यवाद जैसे स्लोगन लिखे हुए पोस्टर पकड़े हुए थे। यहां एकत्र कुछ लोगों ने तिरंगा भी लहराया।

स्थानीय निवासी मीना शर्मा ने कहा कि जैसे ही यह खबर पता चली कि दोषियों को फांसी दे दी गई है, हमने निर्भया को श्रद्धांजलि देने के लिए सड़कों पर तिरंगा फहराया।

उमाकांत शर्मा नामक एक व्यक्ति निर्भया को इंसाफ मिलने के बाद इतने जोश में आ गए कि जेल के बाहर रेलिंग पर ही चढ़ गए। उनके हाथ में एक पोस्टर था, जिसमें पीड़िता को न्याय देने में देरी की बात कही गई थी। शर्मा ने कहा, इसका मकसद हमारी न्यायिक प्रणाली में खामियों को उजागर करना है।

सामाजिक कार्यकर्ता और इस मामले में हर समय निर्भया के परिजनों के साथ खड़ी रहीं योगिता भयाना ने कहा, यह राष्ट्र के इतिहास में एक बड़ा दिन है। फांसी दुनिया को एक संदेश देगी कि ऐसी हरकतें नहीं की जानी चाहिए।

Created On :   20 March 2020 3:00 AM GMT

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