प्रदोष व्रत में ऐसे करें शिव की पूजा, प्रसन्न होंगे ''शनिदेव''
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शनि की शांति बेहद जरूरी है। यदि शनिदेव रूठ जाएं तो जीवन में बहुत अधिक कष्टों का सामना करना पड़ता है। शनि प्रदोष व्रत भी शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शुभ बताया गया है। इस दिन जातक श्रद्धा के साथ शनि की उपासना करें तो उसके समस्त कष्ट निश्चित ही दूर होते हैं। इस बार यह शनिवार 19 अगस्त 2017 को है...
- वर्षभर में हर महीने में दो बार एक शुक्ल और दूसरा कृष्ण पक्ष में प्रदोष का व्रत आता है। यह व्रत त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है।
- शनि को मनाने के लिए शनि प्रदोष व्रत बहुत फलदायी बताया गया है। यह व्रत शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए उत्तम होता है।
-यदि आप भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करना हो तो उसे प्रदोष व्रत अवश्य करना चाहिए। इस व्रत को करने से शिव प्रसन्न होते हैं और व्रती को वरदान देते हैं।
-यह व्रत करने वाले को शनि प्रदोष के दिन प्रातरू काल में भगवान शिवशंकर की पूजा.अर्चना करनी चाहिएए तत्पश्चात शनिदेव का पूजन करना चाहिए।
-इस दिन शनि स्तोत्र का पाठ करने से जीवन में आ रहीं परेशानियां और शनि के अशुभ प्रभाव से मिलने वाले बुरे फलों में कमी आती है।
-व्रत करने वाले जातक को शनि चालीसाए शनैश्चरस्तवराजरूए शिव चालीसा का पाठ तथा आरती करना उत्तम बताया गया है।
-पीपल वृक्ष की जड़ में गाय का दूधए पवित्र गंगाजल में गुलाब के पुष्पए चंदन व काले तिल मिलाकर चढ़ाने से सभी संकटों का नाश होता है व खुशहाली आती है।
Created On :   19 Aug 2017 5:47 AM GMT