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- Every monday of shravan month is special, Learn why this year is special?
दैनिक भास्कर हिंदी: खास है श्रावण माह का हर सोमवार, जानें इस वर्ष क्यों है विशेष?

डिजिटल डेस्क। भारतीय संस्कृति मे त्रिदेवों की मान्यता है। ब्रम्हा विष्णु महेश, महेश यानि भगवान महादेव शीघ्रता से प्रसन्न होने वाले माने जाते हैं। इसीलिए उनका एक नाम आशुतोष है। भगवान शिव का पवित्र मास श्रावण प्रारंभ हो चुका है और इस बार श्रावण विशेष तौर पर फलदायी है। हर सोमवार को एक विशेष योग बन रहा है, इनमें से दो सोमवार निकल चुके हैं और आज तीसरा सोमवार है, साथ ही नागपंचमी का योग भी इस सोमवार को बना है।
विशेष प्रिय श्रावण मास
भगवान शिव को श्रावण मास विशेष प्रिय रहता ही है, क्योंकि मान्यता है कि इसी श्रावण मास में भगवान शिव अपने ससुराल पधारते हैं। साथ ही एक और आख्यायिका के अनुसार जब देवी सती ने देह त्याग किया और अगले जन्म में पार्वती बन कर आयी तब इसी श्रावण मास में कठोर तप कर भगवान शिव को पतिरूप में पाने का वरदान प्राप्त किया। इसी कारण इसी महीने में हर मंगलवार को मंगलागौरी व्रत भी रखा जाता है।
इसलिए आशुतोष नाम पड़ा
एक और कारण है, समुद्र मंथन के समय जब हलाहल विष निकला था तो भगवान आशुतोष ने इसी महीने में उस विष को अपने कंठ में धारण किया था इस कारण श्रावण मास भगवान शिव को विशेष प्रिय है। उत्तर भारतीय पध्दति के अनुसार 17 जुलाई से श्रावण मास प्रारंभ हुआ। श्रावण के सोमवार का विशेष महत्व होता हैं इस बार प्रथम सोमवार 22 जुलाई को आया, इसके बाद दूसरा सोमवार 29 जुलाई को था, इस दिन भगवान शिव को अति प्रिय तिथी प्रदोष था।
तीसरे सोमवार को नाग पंचमी
सावन माह का तीसरे सोमवार यानि 5 अगस्त को नागपंचमी है तथा इसके बाद चौथा और अंतिम सोमवार 12 अगस्त को फिर से सोम प्रदोष है। इस प्रकार इस वर्ष भगवान शिव की अति विशिष्ट कृपा रहने वाली है। भगवान शिव को अभिषेक प्रिय होता है, क्योंकि वे योगी हैं सतत तप में लीन होते हैं। विषपान भी किया हैं इस कारण उनमें उर्जा उष्मा गर्मी बहूत होती हैं इससे राहत के लिए जल की आवश्यकता होती है। इसी कारण अपने मस्तक में चंद्रमा और गंगाजी को धारण किए रहते हैं श्रावण मास में प्रतिदिन भगवान शिव को कम से कम जल अर्पित करें, विल्वपत्र चढ़ायें और ओम नमः शिवाय का जप करें जिससे वे समृध्दि और आरोग्य देगें।
साभार: पं. सुदर्शन शर्मा शास्त्री, अकोला
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।