पितृ पक्ष में किन-किन रूपों में घर आते हैं पितृ, जाने पितृ पक्ष का मुहूर्त 

In what forms do the ancestors come home during the Pitru Paksha Muhurta of Pitru Paksha
पितृ पक्ष में किन-किन रूपों में घर आते हैं पितृ, जाने पितृ पक्ष का मुहूर्त 
धर्म पितृ पक्ष में किन-किन रूपों में घर आते हैं पितृ, जाने पितृ पक्ष का मुहूर्त 

डिजिटल डेस्क, भोपाल। पितृ पक्ष 10 सितंबर से शुरू होने वाले हैं। इस समय पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए अनुष्ठान, तर्पण और दान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि श्राद्ध पक्ष में पितृ धरती पर आते हैं। हिन्दू धर्म पितृों का स्थान प्रकृति से जुड़ी कई चीजों में बताया गया है। पितृ पक्ष के महिने में पितृ कई रुपों में आप के द्वार पर आ सकते हैं । इन्हें कभी खाली हाथ  लौटाना नहीं चाहिए। अगर आप इनको खाली हाथ लौटाते हैं, तो इसे पूर्वज नाराज हो जाते हैं और कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 


पितृ पक्ष में पितृ किन-किन रूपों में आते हैं पितृ ?

कौए

पितृ पक्ष के समय घर में आए कौए को कभी भगाएं नहीं चाहिए। ऐसा करने पर पितृों की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। माना जाता है, कि श्राद्ध पक्ष में 15 दिन तक कौए के द्वारा ही पितृ अन्न ग्रहण करते हैं। अगर आप आए हुए कौए को भगा देते हैं, तो पितृ आप से नाराज हो जाते हैं। 
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गरीब-जरूरतमंद

पितृ पक्ष के समय अगर घर में कोई गरीब और असहाय व्यक्ति द्वार पर आए तो उसका कभी अनादर नहीं करना चाहिए। कहा जाता हैं, की पितृ किसी भी रूप में आ सकते हैं इसलिए इन्हें कभी खाली हाथ न लौटाएं, कुछ दान जरूर दें। 

कुत्ता-गाय

श्राद्ध पक्ष में गाय-कुत्ते का घर के द्वार पर आना बहुत शुभ  माना जाता है। अगर ये रास्ते में भी दिख जाए तो इन्हें भगाएं नहीं, कुछ न कुछ खाने को जरूर दें। ऐसा करने से पितृ गण की आत्मा को शांति मिलती है। 

पितृ पक्ष का मुहूर्त 

पितृ पक्ष में श्राद्ध और तर्पण के लिए कुतुप और रौहिण मुहूर्त शुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार अपराह्न काल समाप्त होने के बाद श्राद्ध नहीं करना चाहिए।

कुतुप मुहूर्त  - दोपहर 11.59 बजे -  दोपहर 12.49 बजे

अवधि: 49 मिनट

रौहिण मुहूर्त  दोपहर 12.49 बजे - दोपहर 01.38 बजे

अवधि: 49 मिनट

 


 

Created On :   9 Sep 2022 7:22 AM GMT

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