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दैनिक भास्कर हिंदी: चार सेलिब्रिटी शेयर कर रहे अपना बर्थडे, जानिए इनके बारे में खास बातें

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आज 7 जनवरी है। ये तारीख हम आपको इसलिए भी याद दिला रहे हैं। क्योंकि आज बॉलीवुड के कई सितारें अपना बर्थडे शेयर करते हैं। इनमें कुछ गुजरे जमाने के हैं तो कुछ आज के युवाओं की पही पसंद हैं। आपको जानकर हैरानी होगी आज 4 लोगों का बर्थडे हैं। एक्ट्रेस बिपाशा बसु, इरफान खान, सुप्रिया पाठक और रीना रॉय अपना बर्थडे शेयर कर रहे हैं। आज हम इन सभी के बारे में जानेंगे।
बिपाशा बसु
बिपाशा बसु बॉलीवुड की जानी-मानी एक्ट्रेस हैं।आज वो अपना 39 वां जन्मदिन मना रही हैं। 7 जनवरी 1979 को जन्मीं बिपाशा ने 2016 में करण सिंह ग्रोवर से शादी की थी। बिपाशा करण के साथ अपनी शादीशुदा जिंदगी में खुश हैं, लेकिन शादी से पहले के उनके अफेयर हमेशा चर्चा में आ जाते हैं। बता दें कि जॉन अब्राहम और बिपाशा करीब 10 साल तक रिलेशन में रहे, इसके बाद दोनों का ब्रेकअप हो गया। फिल्म जिस्म की शूटिंग के दौरान इन दोनों का प्यार परवान चढ़ा था। दोनों के ब्रेकअप की वजह कभी सामने नहीं आई। जॉन के अलावा डिनो मोरिया, मिलिंद सोमन, सैफ अली खान, हरमन बवेजा आदि के साथ भी बिपाशा के अफेयर की खबरें रही हैं।
2002 में फिल्म 'जिस्म' की शूटिंग के दौरान बिपाशा और जॉन अब्राहम के बीच गजब की केमिस्ट्री देखने को मिली। इसी बीच दोनों में प्यार हुआ, प्यार का इजहार हुआ और फिर दोनों ने अपने अफेयर का ऐलान किया। जॉन और बिपाशा को बॉलीवुड का सुपर कपल माना जाता था, लेकिन 10 साल साथ रहने के बाद भी 2011 में दोनों का ब्रेकअप हो गया। जॉन और बिपाशा के अलग होने से इनके फैन्स का भी दिल टूटा था। ब्रेकअप से उबरने के बाद 2016 में बिपाशा ने एक्टर करण सिंह ग्रोवर से शादी कर ली है।
इन सम्मानों से नवाजी गईं...
2011 में टाइम्स की ओर से कराए गए सर्वे 50 मोस्ट डिजायरेबल वुमन में बिपाशा आठवें स्थान पर रहीं। 2013 में उन्हें सातवां स्थान प्राप्त हुआ। यही नहीं 2005 और 2007 में यूके की ईस्टर्न आई मैगजीन ने बिपाशा को सेक्सिएस्ट वुमन इन एशिया के खिताब से नवाजा।
इरफान खान
7 जनवरी, 1967 को जन्में एक्टर इरफान खान राजस्थान के जयपुर की एक मुस्लिम फैमिली में पैदा हुए। इसके बाद उन्होंने अपनी बेसिक शिक्षा पूरी कर दिल्ली के नामी एक्टिंग कॉलेज नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन ले लिया। वहां उन्होंने अभिनय की बारीकियां सीख उसे कड़ी मेहनत कर निखारा। उसके बाद वो मुंबई आ गए।
शुरुआती दौर में किए ये टीवी सीरीयल्स में
अपने करियर के शुरुआती दौर में इरफान खान ने कई टीवी शोज में अभिनय किया पर किसी ने नहीं सोचा होगा की वो आगे जा कर बॉलीवुड के इतने बड़े कलाकार बन जाएंगे। पहले इरफान नेशनल टीवी के 'शो चाणक्य', 'भारत एक खोज', 'सारा जहां हमारा', 'बनेगी अपनी बात' और 'चंद्रकांता' जैसे सीरीयल में नजर आया करते थे।
इरफान खान ने साल 1988 में रिलीज हुई फिल्म 'सलाम बाम्बे' से अभिनय की दुनिया में कदम रखा। ये फिल्म अकाडमी अवॉर्ड के नॉमिनेशन में भी सेलेक्ट हुई थी। वहीं फिल्म को बड़ी सराहना मिली, लेकिन इरफान अपनी जगह नहीं बना पाए।
90 के दशक में इरफान ने फिल्म 'एक डॉक्टर की मौत' में अभिनय किया था जिसमें उन्हें किसी ने भी नोटिस नहीं किया। वहीं लंदन के रहने वाले एक निर्देशक आसिफ कपाड़िया की फिल्म 'द वॉरियर' में उन्हें काफी नोटिस किया गया था। मालूम हो इस फिल्म की स्क्रीनिंग कई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हुई है।
इरफान खान बॉलीवुड में 2003 से अपीयरेंस में आए वो भी उसी साल रिलीज हुई फिल्म 'हासिल' से। इस फिल्म में इरफान ने नेगेटिव रोल निभाया था, जिसके लिए उन्हें बेस्ट परफॉर्मेंस के फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके बाद उन्हें कई नेगेटिव रोल ऑफर हुए। बाद में इरफान फिल्म 'मकबूल', 'आन', 'चॉकलेट', 'लाइफ इन अ मेट्रो', 'लंच बॉक्स', 'तलवार' और 'पीकू' में भी नजर आए और छा गए।
हॉलीवुड फिल्में कर विदेश में कमाया नाम
इरफान खान ने फेम पाने के लिए पहले तो खूब स्ट्रगल किया। वहीं उन्होंने भारत में तो अपनी एक्टिंग से लोगों को दीवाना बनाया ही पर बाद में हॉलीवुड फिल्में कर उन्होंने विदेश में भी अपनी अच्छी-खासी फैन फालोइंग बना ली। उन्होंने हॉलीवुड फिल्मों 'अ माइटी हार्ट', 'द नेमसेक', 'पार्टिशन', 'न्यूयॉर्क', 'आई लव यू', 'जुरासिक पार्क' और 'द अमेजिंग स्पाइडरमैन' में बेहतरीन अभिनय किया है। इरफान फिलहाल फिल्मों से दूर हैं और लंदन में कैंसर का इलाज करवा रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि वो मार्च 2019 तक भारत वापस लौट आएंगे।
सुप्रिया पाठक
सुप्रिया पाठक एक भारतीय अभिनेत्री और टीवी कलाकार हैं। वो छोटे पर्दे पर टीवी शो की हंसा पारेख के नाम से प्रसिद्ध हैं। सुप्रिया पाठक का जन्म 7 जनवरी 1961 को मुंबई में हुआ था। इनके पिता का नाम बलदेव पाठक है। मां का नाम दिना पाठक हैं, जोकि एक अभिनेत्री और गुजराती थिएटर आर्टिस्ट हैं। रत्ना पाठक की एक बहन हैं- रत्ना पाठक, जोकि भारतीय सिनेमा की उम्दा अभिनेत्री हैं। सुप्रिया पाठक की शादी फिल्म निर्देशक पंकज कपूर से हुईं है। सुप्रिया उनकी दूसरी पत्नी हैं। इनका एक बेटा और बेटी हैं। सना कपूर, रुहान कपूर। अभिनेता शाहिद कपूर इनके सौतले बेटे हैं।
करियर
सुप्रिया ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1981 में फिल्म कलयुग से बतौर सपोर्टिंग एक्ट्रेस की थी। सुप्रिया को बड़े पर्दे से कुछ खास पहचान नहीं मिली, वो सिर्फ एक साइड रोल बन के रह गयीं। इसके बाद उन्होंने अपने फिल्मी करियर से एक लंबा ब्रेक ले लिया। 11 साल बाद उन्होंने फिल्म सरकार से अपना कमबैक किया है। सुप्रिया एक बेहद मंझी हुआ अदाकारा है ये उन्होंने संजय लीला भंसाली निर्देशित फिल्म रामलीला- गोलियों की रास लीला में साबित कर दिया। इस फिल्म में दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह नजर आये थे। सुप्रिया को उनके इस फिल्म के किरदार के हर जगह प्रशंसा मिली। इसके अलावा उन्हें इस फिल्म के लिए फिल्म फेयर के बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के अवार्ड से भी नवाजा गया।
टीवी करियर
जब सुप्रिया का फिल्मी करियर खत्म होने की कगार पर था, तब उन्होंने छोटे पर्दे की और रुख किया। उन्होंने कई टेलीविजन शोज किये। सुप्रिया का अब तक सबसे प्रसिद्ध किरदार खिचड़ी की हंसा पारेख हैं। आज भी लोग सुप्रिया को हंसा के नाम से ही बुलाते हैं।
रीना रॉय
बॉलीवुड में 46 साल तक राज करने वाली एक्ट्रेस रीना रॉय का जन्म 7 जनवरी 1957 को हुआ। रीना रॉय आज अपना 62वां जन्मदिन सेलीब्रेट कर रही हैं। रीना रॉय बॉलीवुड की ऐसी अदाकारा है जिन्होंने लीड रोल से लेकर मां तक के सभी किरदारों को बड़ी स्क्रीन पर बखूबी निखाया। यहां तक कि उनका नाम अपने समय में हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस की लिस्ट में भी शुमार है। रीना ने अपने करियर की शुरुआत 1972 में फिल्म 'जरूरत' से की थी। पैसों के लिए उन्होंने सेमी न्यूड सीन भी दिए हैं। उस वक्त फिल्मों में इंटीमेट सीन देना आम नहीं था, लेकिन रीना ने वो सब किया जो उस वक्त के लिए बहुत बड़ी बात थी। डेब्यू फिल्म 'जरूरत' में उन्होंने कई इंटीमेट सीन दिये। रीना ने साल 1972 में रिलीज इस फिल्म में डैनी डेन्जोंगपा और बाकी कलाकारों के साथ इंटीमेट सीन दिए। इस फिल्म के बाद से ही वो 'जरूरत गर्ल' के नाम से जानी जाने लगी।
साल 1976 में आई फिल्म 'कालीचरण' ने रीना रॉय को स्टार बना दिया। इस फिल्म में उनके अपोजिट शत्रुघ्न सिन्हा थे। इसके अलावा 'नागिन' (1976), 'जानी-दुश्मन' (1979), 'आशा' (1980), 'नसीब' (1980), 'बदले की आग' (1982), 'प्यासा सावन' (1982), 'हथकड़ी' (1982) समेत कई फिल्मों में रीना रॉय ने काम किया। फिल्मों और अपनी खूबसूरती के अलावा रीना की सबसे ज्यादा चर्चा उनके अफेयर की भी होती रही है। दरअसल रीना का शत्रुघ्न सिन्हा से बेहद प्यार था। इस रिश्ते को कभी तोड़ना नहीं चाहती थी ऐर पूरी शिद्दत से अपने रिश्ते को संभाले हुए थे।
रीना रॉय और शत्रुघन सिन्हा की पहली मुलाकात फिल्म 1972 में फिल्म मिलाप के सेट पर हुई। इसके बाद दोनों ने कालीचरण फिल्म भी साथ की जिसके बाद वो शत्रुघन से काफी क्लोज आ गईं। शत्रुघन ने भी एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में शत्रुघन ने यह बात स्वीकार की है कि उनरा और रीना का रिश्ता रहा है। शत्रुघन ने कहा- 'रीना के साथ मेरा रिश्ता पर्सनल रहा है। लोग कहते हैं कि शादी के बाद मेरी भावनाएं रीना के लिए चेंज हो गईं। लेकिन दरअसल यह बढ़ गई। मैं खुशनसीब हूं कि रीना ने अपनी जिंदगी के 7 साल मुझे दिए हैं।'
रीना से 7 साल अफेयर होने के बाद शत्रुघन सिन्हा ने पूनम मीरचंदानी से शादी कर ली। अर्से बाद जब सोनाक्षी ने दबंग से डेब्यू किया तो उनका लुक रीना रॉय से काफी मिलता जुलता देख लोगों की यादें ताजा हो गईं और लोग तो यहां तक कहने लगे कि सोनाक्षी रीना रॉय की ही बेटी हैं, हालांकि रीना और सोनाक्षी दोनों ने इस बात को बकवास बताया है।शत्रुघन से अलग होने के बाद रीना ने पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहसिन खान से शादी कर ली। रीना के नाम पर पहले बॉक्स ऑफिस पर फिल्में चलती थीं, लेकिन रीना ने अपना करियर छोड़ मोहसिन से शादी की और सबकुछ छोड़ कर पाकिस्तान चली गईं। हालांकि यह रिश्ता लंबा नहीं चला और दोनों अलग हो गए।
टैगोर के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत कर दी श्रद्धांजलि: राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने टैगोर को पुण्यतिथि पर किया सादर सुमिरन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। भारतीय संस्कृति के उद्गाता गुरूदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर टैगोर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय और टैगोर विश्व कला व संस्कृति केन्द्र द्वारा उनके जीवन पर आधारित नाट्य प्रस्तुति और एकला चलो रे गीत की प्रस्तुति कर उनका पुण्य स्मरण किया। गुरूदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि 7 अगस्त को रहती है इसी परिप्रेक्ष्य में शनिवार 6 अगस्त को रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कथा सभागार में मनोज नायर के निर्देशन में नाट्य विद्यालय के विद्यार्थियों ने एक नाट्य प्रस्तुति दी। इस मौके पर संतोष कौशिक के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने एकला चलो रे गीत प्रस्तुत किया।
इससे पूर्व टैगोर के चित्र और प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. ब्रह्म प्रकाश पैठिया, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कारपोरेशन नई दिल्ली के सीनियर हेड, स्टेट इंगेजमेंट एंड ऑपरेशन डाॅ. सोवनिष कुरियाकोसे एवं मानविकी एवं उदार कला संकाय की डीन एकेडमिक डाॅ. संगीता जौहरी विषेष रूप से उपस्थित थी। सभी आमंत्रित अतिथियों ने गुरुदेव के कार्यों और विचारों पर बात की। कार्यक्रम का संचालन नाट्य विद्यालय के समन्वयक विक्रांत भट्ट ने किया। आभार डा. मौसमी परिहार ने माना।
टीकाकरण महाभियान में लगे 300 से अधिक टीके: आरएनटीयू मेंराष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आवाज़ के सहयोग से हुआ दो दिवसीय कोरोना टीकाकरण शिविर का आयोजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कोरोना टीकाकरण महाभियान के अंतर्गत एवं भारत सरकार की मंशानुरूप कुलसचिव डॉ विजय सिंह के निर्देशन में गैर सरकारी संगठन आवाज़ के सहयोग राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा दो दिवसीय कोरोना के प्रथम, द्वितीय एवं बूस्टर डोज़ शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसके पहले दिन विश्वविद्यालयीन स्टाफ सहित स्थानीय 190 लोगों को बूस्टर डोज़ लगाया गया।
टीकाकरण की शुरुआत डीन ऑफ अकेडमिक डॉ संजीव कुमार गुप्ता को डोज़ लगाकर की गई। वहीं दूसरे दिन टीकाकरण की शुरुआत डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय वैशाली के कुलाधिपति मान. डॉ वी के वर्मा को बूस्टर डोज़ लगाकर की गई। साथ प्रो वाइस चांसलर डॉ संगीता जौहरी की उपस्थिति में 125 लोगों को टीका लगाया गया। साथ ही कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह एवं डॉ रेखा गुप्ता तथा पीआरओ श्री विजय प्रताप ने भी डोज़ लगवाकर अन्य लोगों को भी इस हेतु प्रेरित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के दलनायक अविनाश चौहान तथा स्वीटी बाला ने बूस्टर डोज़ के फायदे बताए। आवाज़ के इस सहयोग के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ब्रम्हप्रकाश पेठिया ने बधाई व शुभकामनाएं दीं। इस दो दिवसीय टीकाकरण शिविर में चिकित्सा एवं पैरामेडिकल विभाग का भी सहयोग रहा। मुख्य भूमिका दलनायिका चित्रांशी मीना, मोना लोधी, दीक्षा पटेल, अविनाश कुमार, अमित कुमार, राजू कुमार इत्यादि की रही।
क्लोजिंग बेल: सपाट स्तर पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 89 अंक ऊपर, निफ्टी 17400 के नीचे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के पांचवे और आखिरी दिन (05 अगस्त 2022, शुक्रवार) तेजी के साथ खुला परंतु आरबीआई के द्वारा प्रमुख ब्याज दरों, रेपो रेट में 50 आधार अंक बढ़ाये जाने, इनके 2019 वर्ष के स्तर तक आ जाने तथा चीन के द्वारा ताइवान की वायु सीमा के अतिक्रमण के समाचारों के कारण तेजी टिक नहीं पाई एवं उतार- चढ़ाव के सत्र में अंत में बाजार सपाट स्तर पर बंद हुआ।
इस दौरान बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 89.13 अंक यानी कि 0.15% बढ़कर 58,387.93 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 15.50 अंक यानी कि 0.09% की बढ़त के साथ 17,397.50 के स्तर पर बंद हुआ।
जबकि बैंक निफ्टी ने 165.05 अंक बढ़कर 37920.60 पर सत्र की समाप्ति दी। निफ्टी के 50 शेयरों में 26 हरे रंग में रहे। इंडिया विक्स 1.77 प्रतिशत गिर 18.92 पर बंद हुआ। क्षेत्र विशेष में पावर, ऑटो सूचकांक प्रत्येक 1 प्रतिशत से अधिक गिरे जबकि फाइनेंसियल तथा ऑटो में खरीदारी दिखी।निफ्टी के शेयरों में अल्ट्राटेक, श्रीसीमेंट, यूपीएल, पावर ग्रिड में सर्वाधिक लाभ रहा जबकि हिंडाल्को, ब्रिटानिया, एमएंडएम, आयशर मोटर, रिलायंस में सबसे अधिक हानि रही।
तकनीकी आधार पर निफ्टी ने डोजी कैंडल स्टिक प्रारूप बनाया है जो खरीदार एवं बिकवाल, दोनों के मध्य अनिर्णय की मनोस्थिति दर्शाता है।निफ्टी ने 17500 के मनोवैज्ञानिक स्तर तथा फॉलिंग ट्रेंडलाइन पर अवरोध का सामना किया है, अगली तेजी की तीव्र चाल के लिए इन स्तरों को पार करना अत्यंत आवश्यक है। निफ्टी 200 दिनों के मूविंग एवरेज तथा सुपर ट्रेंड स्तर के ऊपर ट्रेडिंग कर रहा है जो और भी तेजी के लिए शक्तिकारक है।
निफ्टी के ओपन इंटरेस्ट आंकड़ो में, कॉल में सर्वाधिक ओपन इंटेरेस्ट 17600 पर है जबकि पुट में यह 17000 पर है। मोमेन्टम संकेतक एमएसीडी दैनिक समयाविधि में सकारात्मक क्रॉसओवर के साथ ट्रेड कर रहे हैं जो निफ्टी में शक्ति का संकेत है। निफ्टी का सपोर्ट 17100 है जबकि 17500 एक तात्कालिक अवरोध है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 37500 तथा अवरोध 38500 है। कुलमिला कर ऊंचे स्तरों पर लाभ ले लेने की प्रवृति दिख सकती है।
17500 के ऊपर ही नई बड़ी खरीदारी दिख सकती है।चीन एवं ताइवान के मध्य भूराजनीतिक तनाव पर निकट की दृष्टि रखे एवं अपने खरीदारी तथा बिकवाली में इसको महत्व दें। अभी तक मार्केट ब्याज दर वृद्धि एवं चीन ताइवान तनाव जैसी नकारात्मक समाचारों को भी पचा ले रहा है परंतु कोई बड़ा नकारात्मक समाचार बिकवाली ला सकता है। अपने सौदों में कड़ा स्टॉप लॉस रखें।
पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग
Source: Choice India
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