'पद्मावती' 4 राज्यों में बैन, ममता ने बताया सुपर इमरजेंसी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की फिल्म "पद्मावती" विवादों की फिल्म बन गई है। फिल्म को लेकर विवाद और विरोध भी बढ़ते जा रहा है। पूरे देश में राजपूत संगठन फिल्म का विरोध करने पर उतर आए हैं। राजस्थान से शुरू हुआ यह विरोध यूपी, एमपी, पंजाब, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि राज्यों तक पहुंच गया है। विभिन्न संगठनों के विरोध को देखते हुए राज्य सरकारों ने भी इस मामले में अपने हाथ खीच लिए हैं। पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ को लेकर राज्य में फिल्म को बैन कर दिया है।
उन्होंने कहा कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे। इतना ही नहीं सीएम अमरिंदर सिंह ने प्रदर्शन करने वालों का भी समर्थन किया। प्रदर्शन करने वाले जो भी कर रहे हैं वो सही कर रहे हैं।" वहीं सोमवार को जहां राजपूत संगठनों से मुलाकात कर एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पद्मावती को राजमाता का दर्जा देते हुए पूरे राज्य में फिल्म को बैन कर दिया तो वहीं इस मामले मे पंजाब सरकार ने भी बिना देरी के फिल्म को बैन कर दिया।
निर्माता ने खींचा हाथ, एक दिसंबर को "पद्मावती" नहीं होगी रिलीज
"पद्मावती" को लेकर जहां एक ओर राजस्थान, यूपी, मध्य प्रदेश और पंजाब फिल्म को बैन करने के पक्ष में हैं तो वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने फिल्म का समर्थन करने का पूरा मन बना लिया है। सीएम ममता बनर्जी ने "पद्मावती "को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन को सुपर इमरजेंसी करार दिया। ममता बनर्जी ने कहा कि "पद्मावती" को लेकर जो भी विवाद हो रहे हैं वे दुर्भाग्यपूर्ण हैं और विचारों की अभिव्यक्ति को रोकने के लिए राजनीतिक दलों की योजना है। उन्होंने कहा कि "पद्मावती" पर फिल्म इंडस्ट्री को एकसाथ आकर इसका कड़ा विरोध करना चाहिए।
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गौरतलब है कि करणी सेना फिल्म की शूटिंग के समय से ही फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ को लेकर विरोध कर रही है और रिलीज रोकने की मांग कर रही है। शूटिंग के समय भी करणी सेना ने फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट की थी। फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ के मुद्दे पर राजस्थान में जगह-जगह विरोध हुआ जिसके बाद राज्य में फिल्म को बैन कर दिया। वहीं पिछले दिनों योगी सरकार ने विवाद को देखते हुए यूपी के गृह मंत्रालय ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव को पत्र लिखकर फिल्म की रिलीज से शांति व्यवस्था पर असर पड़ने की उम्मीद जताई थी। केन्द्रीय मंत्री उमा भारतीय भी फिल्म को खुला खत लिख चुकीं हैं। कई बीजेपी नेता और सांसद भी फिल्म का विरोध कर चुके हैं।
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"पद्मावती" को लेकर जिस तरह से विवाद बढ़ रहा है, उसे देखते हुए फिल्म की निर्माता कंपनी वायकॉम 18 ने इसकी रिलीज को टाल दिया। इसके पहले सेंसर बोर्ड भी तकनीकी कारणों से फिल्म को लौटा चुकी है। गौरतलब है कि सेंसर बोर्ड ने रिलीज डेट 1 दिसंबर पर फिल्म को प्रदर्शित करने की परमिशन देने से मना कर दिया था। हालांकि सोमवार को SC से निर्देशक संजय लीला भंसाली को कुछ राहत जरूर मिली और फिल्म में आपत्तिजनक दृश्यों पर रोक लगाने और भंसाली पर FIR दर्ज कराने की याचिका पर सुनवाई करने से मना कर दिया है।
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गौरतलब है कि "पद्मावती" फिल्म में रानी पद्मावती का किरदार दीपिका पादुकोण निभा रहीं है तो अलाउद्दीन का किरदार उनके बॉयफ्रेंड रणवीर सिंह निभा रहे हैं। कई क्षत्रिय संगठन फिल्म की शूटिंग शुरू होने से ही विरोध कर रहे हैं। क्षत्रिय संगठन का कहना है कि फिल्म में रानी पद्मावती की गाथा से छेड़छाड़ की गई है और वे इसे रिलीज नहीं होने देंगे। "पद्मावती" फिल्म को लेकर कई नेता इसका विरोध कर चुके हैं।
Created On :   20 Nov 2017 8:49 PM IST