India America Relations: भारत-अमेरिका की दोस्ती दोबारा हुई गहरी! ट्रंप ने कही ये बात तो पीएम मोदी ने किया समर्थन

- भारत अमेरिका के रिश्तों में टैरिफ बना बांधक
- डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी की तारीफ
- एससीओ समिट में मजबूती से नजर आए तीन देश
डिजिटल वॉशिंगटन। भारत-अमेरिका के बीच संबंधों में टैरिफ को लेकर खटास पैदा हो गई थीं, लेकिन अब दोबारा से ठीक होने के संकेत अमेरिका से मिले हैं। इन पर भारत ने भी मुहर लगा दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तारीफों के पुल बांधे हैं, उन्हें अपना सच्चा दोस्त और एक महान नेता बताया है। इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि मैं उनकी भावनाओं की तहे दिल से सराहना करता हूं और पूरी तरह से उनका समर्थन करता हूं।
इसके पहले राष्ट्रपति ट्रंप का ये कहना था कि ऐसा महसूस हो रहा है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है, लेकिन इसके पहले भी अमेरिका ने भारत को कई बार कड़ें शब्दों में चेतावनियां भी दी है। अगर उन्हें याद न रखते हुए इस रुख पर ध्यान केंद्रित किया जाए तो दोनों देशों के बीच एक बार फिर से रिश्ते मजबूत हो सकते हैं।
ट्रंप के बदलते सुर की ये वजह!
भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील कई महीनों चली, लेकिन इसके बाद भी दोनों के बीच सहमति नहीं बन सकी। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत को 'डेड इकॉनोमी' करार दिया और भारत पर भारी टैरिफ लाद दिया। जिसके चलते भारत ने अपना मार्केट खोजना शुरू कर दिया और लगातार विदेश की यात्रा शुरू की। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में चीन, रूस और भारत एक साथ नजर नहीं आए बल्कि मजबूती के साथ खड़े रहे। एससीओ समिट का समापन 1 सितंबर को हुआ, महज इसके पांच दिन बाद ही अमेरिका के सुर बदलते हुए नजर आ रहे हैं क्योंकि अगर भारत अपना व्यापार रूस और चीन की तरफ मोड़ देता है तो इससे अमेरिका को भारी नुकसान उठान पड़ सकता है।
इस वजह से अमेरिका-भारत के बीच आई थी खटास
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इसी पर लगाम लगाने के लिए अमेरिका ने भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। बता दें कि भारत रूस से भारी मात्रा में तेल खरीदता है, इससे उस देश की अर्थव्यवस्था पर युद्ध के चलते ज्यादा असर नहीं पड़ रहा है और लगातार यूक्रेन पर हमले किए जा रहा। अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर दें तो ऐसे में उसकी अर्थव्यवस्था पर असर पड़ने लगेगा। इससे रूस यूक्रेन के बीच सीजफायर की संभावन बन सकती थी। इन्हीं कारणों का ट्रंप ने अपने बयान में बार-बार जिक्र भी किया है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि ट्रंप के सुर तो बदल गए हैं तो क्या अब भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ को कम कर सकता है?
Created On :   6 Sept 2025 7:05 PM IST