Israel vs Hamas war: 'अब उन्हें शिकार की तरह ढूंढा जाएगा', इजरायल-हमास युद्ध पर ट्रंप का बड़ा बयान

- दो साल से जारी है हमास और इजरायल के बीच जंग
- डोनाल्ड ट्रंप ने किया बड़ा दावा
- हमास नेताओं को तलाश कर उन पर एक्शन लेने की कही बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल और हमास के बीच जंग को करीब दो साल समय हो चुका है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि गाजा में सीजफायर और बंधकों की रिहाई को लेकर हमास अब कोई सौदा नहीं करना चाहता। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा कि हमास के पास अब कुछ ही इजरायली बंधक बचे हैं, जिसके चलते वह सौदेबाजी नहीं कर सकता।
ट्रंप ने मीडिया से कहा, 'अब हम अंतिम बंधकों तक पहुंच गए हैं और हमास को पता है कि इसके बाद क्या होने वाला है। इसी वजह से उन्होंने कोई समझौता नहीं किया।' ट्रंप ने हमास नेताओं के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की भी बात कही। उन्होंने कहा, अब हमास के नेताओं को 'शिकार की तरह ढूंढा जाएगा।'
इसके साथ ही फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो की ओर से फिलीस्तीन को एक स्वतंत्र के रूप में मान्यता देने वाले फैसले को ट्रंप ने उतना अहम नहीं माना। वहीं ट्रंप के बयान से एक दिन पहले उनके मध्य-पूर्व शांति दूत स्टीव विटकॉफ ने कहा था कि हमास के नए प्रस्ताव के बाद अमेरिका ने अपनी वार्ताकार टीम को वापस बुला लिया है और अब टीम से दोबारा चर्चा की जाएगी।
गाजा में संघर्ष विराम वार्ता से इजरायल और अमेरिका के पीछे हटने के बाद नेतन्याहू ने कहा कि अब वे इजरायली बंधकों को हमास से वापस लाने के लिए "विकल्पों पर विचार" कर रहे हैं।
बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा फिलीस्तीन को मान्यता देने के ऐलान के बाद ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के नेता शुक्रवार को गाजा में गहराते भुखमरी संकट पर आपात वार्ता करेंगे। तीनों देश सैद्धांतिक रूप से फिलिस्तीनी राज्य का समर्थन करते हैं, लेकिन जर्मनी ने फिलहाल फ्रांस जैसा फैसला लेने से इनकार किया है। वहीं ब्रिटेन ने फिलीस्तीनी राज्य को "उनका अटूट अधिकार" बताया, लेकिन अभी इसका औपचारिक ऐलान किया है।
Created On :   25 July 2025 10:40 PM IST