चटगांव कंटेनर डिपो त्रासदी : कुछ और मानव अवशेष मिले
- चटगांव कंटेनर डिपो त्रासदी : कुछ और मानव अवशेष मिले
डिजिटल डेस्क, ढाका । यहां के सीताकुंडा में भीषण रासायनिक विस्फोट और कंटेनर में आग लगने के दस दिन बाद सोमवार को बीएम कंटेनर डिपो के अंदर से एक और जला हुआ मानव शरीर बरामद किया गया।
दोपहर करीब 2.30 बजे डिपो से कुछ मांस के साथ हड्डियां बरामद की गईं। सीताकुंडा थाने के प्रभारी अधिकारी सुमन बानिक ने कहा कि कंटेनरों को हटाया गया। सीताकुंडा सर्कल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोहम्मद अशरफुल करीम ने कहा कि मानव शरीर के अंगों को डीएनए परीक्षण के लिए चटगांव मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (सीएमसीएच) और फिर सीएमसीएच मुर्दाघर भेज दिया गया।
उन्होंने कहा, मानव अवशेष तब मिले, जब पुलिस की एक टीम और सीआईडी के कर्मी सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे डिपो के अंदर काम कर रहे थे। जबकि बानिक ने कहा कि दुर्घटनास्थल के पूर्वी हिस्से के पास मानव हाथ और पैर के अंगूठे पाए गए।
हालांकि, लापता कंटेनर संचालकों के परिवारों ने आईएएनएस को बताया कि अभी भी लापता लोगों की सही संख्या का पता नहीं चल पाया है। करीब सात दिनों तक अपनी जान की बाजी लगाने के बाद रविवार को एक दमकलकर्मी समेत बीएम कंटेनर डिपो के दो और दमकलकर्मियों की की मौत हो गई। सीताकुंडा डिपो के कर्मचारी 22 वर्षीय नुरुल कादर ने चट्टोग्राम शहर के पार्कव्यू अस्पताल की इंसेंटिव केयर यूनिट में अंतिम सांस ली।
उप महाप्रबंधक हुमायूं कबीर ने कहा, नुरुल गंभीर रूप से झुलस गए और उन्हें 4 जून की रात को पार्कव्यू अस्पताल की सामान्य इकाई में भर्ती कराया गया। उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में ले जाया गया और उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया। दोपहर करीब 1.30 बजे उनकी मौत हो गई। जांचकर्ताओं ने कहा कि कंटेनर डिपो ने हाइड्रोजन पेरोक्साइड से भरे कम से कम 27 कंटेनरों को एकट्ठा किया था, जिसके कारण घातक विस्फोट हुए और आग लग गई।
सोर्स- आईएएनएस
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Created On :   14 Jun 2022 12:30 AM IST