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कोरोना: भूख से तड़प रहे थे 8 बच्चे, मां पत्थर उबालकर करती रही खाना बनाने का नाटक

हाईलाइट
- कोरोना वायरस ने लोगों का जीवन कियाअस्तव्यस्त
- लोगों के सामने नौकरी और खाने पीने का संकट
- कीनिया में एक मां को पत्थर उबालकर करना पड़ा खाना बनाने का नाटक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने लोगों को पूरी तरह असहाय बना दिया है। इस जानलेवा महामारी को रोकने के लिए कई देशों में लॉकडाउन है। हालात ऐसे बिगड़ गए हैं कि लोगों के पास दो वक्त की रोटी खाने के लिए पैसे भी नहीं है। कोरोना वायरस ने लोगों को इतना लाचार और बेबस कर दिया है उन्हें अपने बच्चों के तसल्ली के लिए पत्थर उभालने पड़ रहे हैं। ऐसी ही हैरान कर देने वाली खबर कीनिया की है। जहां घर में राशन नहीं होने के कारण बच्चे भूख से तड़प रहे थे। ऐसे में विधवा मां ने उन्हें बहलाने के लिए पत्थर पकाने का नाटक करना पड़ा।
आठ बच्चों की मां है महिला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महिला का नाम पेनिना बहाती कित्साओ है। वह विधवा है और उनके आठ बच्चे हैं। पेनिना लोगों के कपड़े धोकर जीवन-यापन करती है। कोरोना संक्रमण के बाद उनके पास कोई काम नहीं है। उनके लिए मुश्किलें इतनी बढ़ गई कि अपने बच्चों को खिलाने के लिए खाना नहीं था। इसलिए अपने बच्चों को बहलाने के लिए पत्थर उबालने लगी। पेनिना बहाती कित्साओ ने सोचा कि पकाने देख बच्चे खाने का इंतजार कर सो जाएंगे।
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पड़ोसी ने बनाया वीडियो
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो पेनिना बहाती कित्साओ की पड़ोसन प्रिस्का मोमानी ने बना लिया और स्थानीय मीडिया को बता दिया। पेनिना की कहानी सुनकर काफी लोग उनकी मदद के लिए आगे आए। एक पड़ोसी ने बैंक में उनका खाता खुलवासा जिससे उन्हें पैसे मिल सके। लोग पेनिना को मोबाइल एप के जरिए पैसे भेज रहे हैं।
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मेरे पास नहीं था कोई विकल्प
पेनिना ने कीनिया की न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा कि मेरे बच्चों को पता चल गया था कि मैं पत्थर पकार उन्हें बहला रही हूं। क्योंकि मेरे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था। पेनिना बहाती कित्साओ कीनिया के मोम्बासा शहर में दो कमरों के घर में रहती हैं। उनके मकान में बिजली और पानी की सुविधा भी नहीं है।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।