ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में पाया गया है कि ये महामारी बहुत ज्यादा खतरनाक है। अब तक इसका इलाज नहीं खोजा गया है। समय रहते इस वायरस पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो इससे करोड़ों की संख्या में लोगों की जान जाएगी। स्टडी में दावा किया गया है। महामारी की सबसे कम खतरनाक स्थिति में, पहले एक साल के भीतर, डेढ़ करोड़ लोगों की मौत की आशंका जाहिर की गई है।
- दिल्ली: संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। सिंघू बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली यहां पहुंची थी।
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Coronavirus: 194 देशों तक फैला 'कोरोना' 16,462 लोगों की गई जान, 6 करोड़ से ज्यादा लोगों की होगी मौत !

हाईलाइट
- दुनिया भर में कोरोनावायरस का कहर जारी
- 194 देशों तक फैला 'कोरोना' 16,462 लोगों की गई जान
डिजिटल डेस्क, कैनबरा। चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में फैला कोरोनावायरस तेजी से बढ़ता जा रहा है। संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। 24 मार्च 2020 यानि मंगलवार सुबह तक कोरोनावायरस से 16,462 लोगों की जान जा चुकी है। पॉजिटिव मरीजों की संख्या 375,682 तक पहुंच गई है। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी की स्टडी में कोरोना वायरस को लेकर बड़ा दावा किया गया। स्टडी के मुताबिक अगर समय रहते इस महामारी को कंट्रोल नहीं किया गया तो दुनिया भर में करीब 6 करोड़ 80 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो सकती है।
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स्टडी में अनुमान लगाया गया है कि चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की मृत्यु दर 2 फीसदी होगी। अगर विश्व स्तर की बात की जाए तो यहां मृत्यु दर 3.4 फीसदी तक रह सकती है।स्टडी में यह भी बताया गया है कि कोरोना वायरस की वजह से दुनिया की इकोनॉमी पर भी काफी बुरा असर पड़ेगा।

स्टडी में अगर भारत देश की बात की जाए तो यहां कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 2 लाख 30 हजार से ज्यादा हो सकती है। रिसर्चर्स ने स्टडी में यह बात भी बताई है कि अमेरिका में सामान्य इन्फ्लूएंजा से हर साल 55 हजार लोगों की मौत हो जाती है।

स्टडी के मुताबिक कोरोनावायरस से ब्रिटेन में 64 हजार लोगों की मौतें, जर्मनी में 79 हजार और फ्रांस में 60 हजार मौतों की आशंका जाहिर की गई है।

सीएनए के मुताबिक अब तक दुनियाभर में कोरोना वायरस से 3490 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 1 लाख से अधिक लोगों में इसके संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।