चीन और रूस की बढ़ती दोस्ती से भारत को खतरा: रूसी राजदूत डेनिस एल्पोव
- नाटो के बढ़ते कदम के खिलाफ रूस-चीन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तीन दिवसीय रूसी यात्रा के बाद ये चर्चाएं तेज होने लगी है कि चीन और रूस की बढ़ती दोस्ती से भारत को खतरा हो सकता है। ये बात खुद रूस के राजदूत डेनिस एल्पोव ने अपने अधिकारिक ट्वीटर से कही है।
Profusion of analysis these days of the outcomes of Xi Jinping's Russia visit. The impression as though various reputable Indian experts almost dream of Russia-China ties harming Russia-India strategic alignment. A wishful thinking case in point!
— Denis Alipov
रूसी राजदूत डेनिस एल्पोव ने अपने आधिकारिक ट्वीट के जरिए शी जिनपिंग की रूसी यात्रा को भारत के लिए हानिकारक बताया है। कई जानकार चीन-रूस के संबंधों का सपना देख रहे हैं जो भारत के लिए खतरा साबित हो सकता है। इससे भारत और रूस के संबंधों के बीच खटाश पैदा हो सकती है।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की 20 मार्च से शुरू हुई रूसी यात्रा बुधवार 22 मार्च को खत्म हो गई। दोनों देशों के प्रमुखों की मुलाकात से दोनों देशों के बीच बने संबंधों से नए युग की शुरुआत मानी जा रही हैं। दुनिया की नजरों में धूल झोंकने के लिए चीन ने यूक्रेन युद्ध खत्म कराने के उद्देशय से रूस के सामने 12 सूत्रीय शांति प्रस्ताव रखा। हालांकि रूसी राष्ट्रपति ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। दोनों देशों ने एशिया में नाटो के बढ़ते कदम को लेकर ऐतराज जताया है। रूस और चीन का कहना है कि एशिया मेंअमेरिका अपने प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
Created On :   23 March 2023 2:33 PM IST