Russia: नवालनी के होटल के कमरे में मिली पानी की बोतल पर मिले नोविचोक नर्व एजेंट के ट्रेस

Navalny team alleges Novichok found in hotel water bottle
Russia: नवालनी के होटल के कमरे में मिली पानी की बोतल पर मिले नोविचोक नर्व एजेंट के ट्रेस
Russia: नवालनी के होटल के कमरे में मिली पानी की बोतल पर मिले नोविचोक नर्व एजेंट के ट्रेस
हाईलाइट
  • रूसी विपक्षी नेता एलेक्सई नवालनी को जहर दिए जाने का मामला
  • टॉम्स्क में नवालनी के होटल से मिली पानी की बोतल में नोविचोक नर्व एजेंट के ट्रेस मिले

डिजिटल डेस्क, बर्लिन। रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवालनी के सहकर्मियों ने गुरुवार को कहा कि साइबेरियाई शहर टॉम्स्क में नवालनी के होटल के कमरे में मिली पानी की एक बोतल में नोविचोक नर्व एजेंट के ट्रेस मिले हैं। वहीं गुरुवार को नवालनी के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में उनकी टीम के सदस्यों को टॉम्स्क में उनके होटल के कमरे का निरीक्षण करते हुए दिखाया गया। ये वीडियो 20 अगस्त का है। 

नवालनी ने इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि वे बीमार होने के एक घंटे बाद  एक वकील के साथ होटल के कमरे में गए थे और बोतलें और अन्य सामान को इंस्पेक्शन के लिए पैक किया। वीडियो पोस्ट में, होटल कर्मचारी को नवालनी की टीम के सदस्यों से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उन्हें कमरे से कोई भी सामान लेने से पहले पुलिस से पूछना चाहिए, और उनमें से एक ने उत्तर दिया कि वे ऐसा नहीं कर सकते।

दो हफ्ते बाद, जर्मन प्रयोगशाला ने टॉम्स्क होटल के कमरे से मिली इस बोतल पर नोविचोक के ट्रेसेज पाए। अलेक्सई के नमूने लेने वाली तीन प्रयोगशालाओं ने भी साबित किया कि उन्हें यह जहर दिया गया था। बता दें कि इससे पहले अटकलें थीं कि नवालनी को एयरपोर्ट पर जहर दिया गया था, जहां उन्होंने उड़ान भरने से पहले एक कप चाय पी थी।

 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

Откуда взялась злосчастная бутылка? Давайте объясним, откуда взялось то, про что нам непрерывно задают вопросы. Так называемая “бутылка с «Новичком»”, ну, а точнее, обычная пластиковая бутылка из-под воды, на которой потом в немецкой лаборатории обнаружили следы боевого отравляющего вещества. Это бутылка из номера в томской гостинице, где останавливался сам Навальный и вся наша съемочная группа. Перенесемся обратно в 20 августа. В этот день часть нашей команды улетела в Москву, часть осталась в Томске доделывать видео. В полете Алексей потерял сознание и начал задыхаться, самолёт экстренно сел. Почти сразу сотрудники ФБК, которые остались в Томске, узнали о случившемся. В этот момент была сделана единственно возможная вещь. Они вызвали адвоката, поднялись в номер, из которого только что выехал Навальный, и начали фиксировать, описывать и упаковывать все, что там нашли. В том числе, и бутылки из-под гостиничной воды. Как это происходило, вы можете посмотреть на этом видео. Никакой особой надежды что-то такое обнаружить не было. Но поскольку нам было абсолютно ясно, что Навальный не “слегка заболел”, не “перегрелся” и Рафаэлкой здесь не поможешь, было решено забрать все, что может хоть как-то гипотетически пригодиться, и передать это врачам в Германии. То, что дело расследовать в России не будут, тоже было достаточно очевидно. Так и вышло: прошел почти месяц, Россия так и не признала отравление Алексея. Спустя две недели именно на бутылке из томского номера немецкая лаборатория обнаружила следы «Новичка». А потом еще две лаборатории, которые брали анализы у Алексея, подтвердили, что Навальный был отравлен именно им. Теперь мы понимаем: это было сделано до того, как он покинул свой номер, чтобы поехать в аэропорт. Сегодня в 20.00 в передаче «Россия Будущего» на ютюб-канале Навальный LIVE Георгий Албуров @alburov расскажет подробности.

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क्या है पूरा मामला?
ये बात 20 अगस्त 2020 की है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन विरोधी रूस के बड़े नेता अलेक्सेई नवालनी साइबेरिया के टॉम्स्क शहर से एक विमान से मॉस्को जा रहे थे। विमान को उड़ान भरे अभी कुछ ही वक्त हुआ था कि उन्होंने तबीयत खराब होने की शिकायत की। मामला गंभीर था, इसलिए प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। साइबेरिया के ही दूसरे शहर ऑम्स्क में ये लैंडिंग हुई। अलेक्सेई को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद जर्मनी ने एयर एबुलेंस भेजी और उन्हें इलाज के लिए जर्मनी ले जाया गया। जांच में मालूम चला कि उन्हें ज़हर दिया गया है। शक जताया गया कि टॉम्स्क एयरपोर्ट के कैफे में अलेक्सेई ने चाय पी थी, उसी चाय में ज़हर मिलाकर पिलाया गया। 

कौन है अलेक्सेई?
पेशे से वकील रहे अलेक्सेई का रूस की राजनीति में उभार 2008 से दिखता है। उन्होंने रूस सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलना शुरू किया और एक नेशनलिस्ट नेता के तौर पर अपनी छवि बनाना शुरू की। उन्होंने सरकार के कॉन्ट्रैक्ट्स में फ्रॉड के मामले उजागर किए। 2011 में अलेक्सेई ने एंटी करप्शन फाउंडेशन नाम का संगठन बनाया। इसके जरिए वह सरकारी भ्रष्टाचार पर पुतिन को सीधे ललकारने लगे। 2013 में उन्होंने मॉस्को में मेयर का चुनाव लड़ा लेकिन पुतिन के उम्मीदवार से हार गए। हारने पर उन्होंने कहा कि चुनाव में धांधली हुई है। उसके बाद उन पर केस लगते गए। एक केस में 5 साल की सजा हुई। दूसरे केस में साढ़े तीन साल की सजा हुई। कुछ साल वो जेल में रहे फिर घर पर नज़रबंद कर दिया गया।

2016 में जब वो बाहर आए तो प्रदर्शन आयोजित कराने लगे। 2017 में उन्हें पुतिन के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए तीन बार जेल हुई। 2018 में रूस में राष्ट्रपति का चुनाव होना था। पुतिन को मात देने के लिए अलेक्सेई तैयारी कर रहे थे। लेकिन रूस के चुनाव आयोग ने उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया। अलेक्सेई चुनाव नहीं लड़ पाए लेकिन पुतिन के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखे। जुलाई 2019 में मॉस्को के सिटी हॉल में प्रदर्शन बुलाने के लिए उन्हें एक महीने की कैद हुई। अक्टूबर 2019 में उनके संगठन एंटी करप्शन फाउंडेशन को विदेशी एजेंट घोषित किया और बैन लगा दिया गया। उनके दफ्तरों पर छापे मारे गए और मॉस्को छोड़ने पर भी कुछ दिन के लिए बैन लगा दिया गया।

Created On :   17 Sep 2020 5:43 PM GMT

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