नीदरलैंड में 19 नवंबर से 23 नवंबर के बीच लिए गए थे नमूनें, ओमिक्रॉन वेरिएंट की हुई पुष्टि
- दो नमूनों की पुष्टि ओमिक्रॉन वेरिएंट के रूप में की गई
डिजिटल डेस्क, हेग। नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर पब्लिक हेल्थ एंड एनवायरनमेंट (आरआईवीएम) ने घोषणा की है कि नीदरलैंड में 19 नवंबर से 23 नवंबर के बीच लिए गए नमूनों में ओमिक्रॉन वेरिएंट का पता चला है। आरआईवीएम ने कहा, एक विशेष पीसीआर परीक्षण में, नमूनों ने स्पाइक प्रोटीन में एक असामान्यता दिखाई। इससे यह चिंता बढ़ गई कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट शामिल हो सकता है।
दो नमूनों की पुष्टि ओमिक्रॉन वेरिएंट के रूप में की गई थी। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ये लोग दक्षिणी अफ्रीका भी गए थे या नहीं। आरआईवीएम ने उन क्षेत्रों में नगर सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं (जीजीडीएस) को सतर्क कर दिया है जहां नमूने लिए गए थे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जीजीडी शामिल लोगों को सूचित करेगा और स्रोत और संपर्क ट्रेसिंग शुरू करेगा।
ओमिक्रॉन वेरिएंट को सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में रिपोर्ट किया गया था। पिछले शुक्रवार को, नीदरलैंड में दक्षिण अफ्रीका से आने वाले 624 लोगों का शिफोल हवाई अड्डे पर कोरोना वायरस के लिए परीक्षण किया गया था और उनमें से 61 जांच में पॉजिटिव आए थे। लेटेस्ट आरआईवीएम डेटा के अनुसार, कुल मिलाकर, उनमें से 14 लोगों में ओमिक्रॉन वेरिएंट पाया गया है।
आरआईवीएम ने कहा, प्रयोगशाला परीक्षणों ने ओमाइक्रोन संस्करण के कई अलग-अलग उपभेदों की पहचान की। इसका मतलब है कि लोग संभवत: एक दूसरे से स्वतंत्र रूप से, विभिन्न स्रोतों से और अलग-अलग स्थानों से संक्रमित हुए थे।
(आईएएनएस)
Created On :   1 Dec 2021 8:30 AM IST