- Dainik Bhaskar Hindi
- International
- Pakistan's continuing nefarious designs in J&K
IANS Exclusive: जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के नापाक मंसूबे जारी

हाईलाइट
- जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के नापाक मंसूबे जारी (एक्सक्लूसिव)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा हाल के अधिग्रहण के साथ, स्थिति गतिशील हो गई है और हालिया रिपोर्ट्स से जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) की गतिविधियों में वृद्धि का संकेत मिला है, जिसमें तालिबान के साथ जैश के शीर्ष नेताओं की पाकिस्तान (क्वेटा) और अफगानिस्तान (कंधार) में बैठकों की एक श्रृंखला भी शामिल है।
जेईएम कथित तौर पर अफगानिस्तान में एक जिम्मेदार भूमिका के लिए तालिबान का साथ चाह रहा है और साथ ही साथ वह कश्मीर में अपने संचालन में भी इसकी मदद मांग रहा है।
यह उम्मीद की जा रही थी कि पाकिस्तान तालिबान पर किए गए एहसान की वापसी की मांग करेगा और आतंकी प्रशिक्षण शिविरों सहित पूरे आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को अफगानिस्तान में स्थानांतरित कर देगा। एफएटीएफ द्वारा पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने से प्रतिष्ठान लगातार तनाव में आ गया है। सूची में लंबे समय तक रहना इसकी दीर्घकालिक स्थिरता के लिए हानिकारक है।
दूसरी ओर, दुनिया ने महसूस किया है कि एफएटीएफ रूपी तलवार को इस्लामाबाद के ऊपर रखना ही पाकिस्तान पर जिहादी/आतंकवादी समूहों पर लगाम लगाने के लिए दबाव बनाने का एकमात्र प्रभावी तरीका है।
पाकिस्तान के स्थायी नियंत्रण में तालिबान निश्चित रूप से वह ²ष्टिकोण नहीं है, जो उनके नेताओं के पास अफगानिस्तान के लिए होगा। यह एक और कारण है कि अगर पाकिस्तान अपने हितों के खिलाफ जाने का फैसला करता है तो पाकिस्तान अपने उग्रवादी समूहों को अफगानिस्तान की धरती पर रखना चाहेगा, ताकि वह नवजात तालिबान सरकार को तरीके से नियंत्रित कर सके। इस्लामाबाद आतंकवादी/जिहादी समूहों को बनाने और प्रबंधित करने और एक को दूसरे के खिलाफ खड़ा करने की कला में माहिर रहा है। यह याद किया जा सकता है कि यह अच्छे तालिबान-बुरे तालिबान के विचार के साथ सामने आया है, ताकि उन तत्वों से छुटकारा मिल सके, जिन्होंने इसके अधिकार को चुनौती दी थी।
आईएस खुरासान और एक्यू जैसे और भी कट्टरपंथी समूहों की उपस्थिति, जिन्होंने पाकिस्तान के लिए अन्य प्रॉक्सी के रूप में कार्य करने के लिए पर्याप्त रूप से प्रदर्शित किया है, काबुल को अपनी कार्यात्मक स्वायत्तता की सीमाओं का एहसास करने के लिए भी एक अनुस्मारक है। यह इस पृष्ठभूमि में है कि हमें जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी और घुसपैठ की गतिविधियों में वृद्धि देखने की जरूरत है।
पाक इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने पीओजेके, खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब में कई आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर स्थापित किए हैं। आतंकवादी कैडरों को मुख्य रूप से पंजाब के पाक प्रांतों और खैबर पख्तूनख्वा से भर्ती किया जाता है, इसके अलावा पीओजेके के लोगों को कश्मीर में जिहाद के लिए आतंकवादी समूहों में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है। 2019 में पुलवामा हमले के जवाब में बालाकोट जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर भारतीय हवाई हमले ने पाकिस्तान में चल रही खुली आतंकी गतिविधियों और उस प्रतिष्ठान के संरक्षण को सामने ला दिया था, जिसका वह जमकर फायदा उठाता है।
इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों/जिहादियों की घुसपैठ को सुविधाजनक बनाने के लिए, इसने पीओजेके और पाकिस्तान में एलओसी और भारत के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई लॉन्च पैड (एलपी) स्थापित किए हैं, जो कश्मीर में उच्च पहुंच से लेकर पुंछ में पीर पंजाल के दक्षिण, राजौरी और आगे सांबा तथा जम्मू क्षेत्र तक फैले हुए हैं। लगभग 250-300 आतंकवादी एलओसी के विभिन्न लॉन्चिंग पैड्स पर घुसपैठ का इंतजार कर रहे हैं। पाकिस्तानी सेना घुसपैठ के मार्गों पर इनपुट प्रदान करने के साथ-साथ आतंकवादियों को कवरिंग फायर देकर भारतीय क्षेत्र में आतंकवादियों की घुसपैठ की सुविधा प्रदान करती है। फिलहाल जम्मू-कश्मीर में करीब 200 आतंकी सक्रिय हैं, जिनमें से करीब 90 पाकिस्तान के हैं।
पाकिस्तान ने कश्मीरियों को पीओजेके में ले जाने, उनका ब्रेनवॉश करने और आतंकवादी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए रचनात्मक तरीके भी ईजाद किए हैं। इसने पाकिस्तान और पीओजेके में चिकित्सा और इंजीनियरिंग शिक्षा प्राप्त करने के लिए कई छात्रों को प्रायोजित करना शुरू कर दिया है। एक बार जब ये छात्र कानूनी रास्ते से पार हो जाते हैं, तो उन्हें प्रशिक्षण शिविरों में ले जाया जाता है और हथियारों और विस्फोटकों का प्रशिक्षण दिया जाता है। लौटने पर वे जिहाद छेड़ने के लिए आतंकवादी रैंक में शामिल हो जाते हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ऐसे 50 से अधिक छात्रों को सूचीबद्ध किया है जो पढ़ने के लिए पाकिस्तान गए थे लेकिन बाद में आतंकवादी रैंक में शामिल हो गए। इनमें से कई सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए हैं।
आईएसआई जम्मू-कश्मीर में हथियारों और गोला-बारूद की भी आक्रामक रूप से तस्करी कर रही है, जिसमें आईबी/एलओसी के पास थ्र्रूडोन/क्वाड-कॉप्टर शामिल हैं। हाल ही में एलओसी और आईबी के पास हथियारों/गोला-बारूद की बरामदगी की गई है, जिसमें नौशेरा, हीरानगर और अखनूर में की गई बरामदगी शामिल है।
हाल के दिनों में जम्मू क्षेत्र में और साथ ही पंजाब के गुरदासपुर सेक्टर में आईबी के साथ लगते क्षेत्र में कई बार पाकिस्तानी ड्रोन भी देखे गए हैं। यह ड्रोन मुख्य रूप से हथियारों की सप्लाई के लिए काम में लाए जा रहे हैं। गिराए गए हथियारों में एके राइफल्स, कार्बाइन के साथ ही पिस्टल और अन्य गोला-बारूद शामिल हैं। इस काम में इस्तेमाल होने वाले ड्रोन काफी उन्नत और महंगे हैं।
इस प्रकार यह स्पष्ट रूप से इस्लामाबाद की आतंकवाद को प्रायोजित करने की नीति के अनुसरण में हथियारों को आगे बढ़ाने में आईएसआई की संलिप्तता का संकेत है।
आईएएनएस
क्लोजिंग बेल: बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 180 अंक उछला, निफ्टी में भी तेजी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के पहले दिन (16 मई 2022, सोमवार) बढ़त के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 180.22 अंक यानी कि 0.34% ऊपर 52,973.84 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 60.10 अंक या 0.38% ऊपर 15,842.30 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि कल एलआईसी के सूचीबद्ध होने के पूर्व निफ्टी आज 16000 के स्तर को पुनः प्राप्त करने में असफल रहा। बैंक निफ्टी 1.44% की बढ़त के साथ 33597.60 के स्तर पर बंद हुआ।
क्षेत्र विशेष में निफ्टी पीएसयू बैंक, निफ्टी रियलिटी एवं ऑटो में तेजी में 2-3 % का योगदान दिया। निफ्टी आईटी तथा एफएमसीजी में क्रमशः 0.75 % एवं 0.35 % की हानि रही। निफ्टी के शेयरों में आयशर मोटर,अपोलो हॉस्पिटल तथा यूपीएल में सर्वाधिक लाभ रहा।अल्ट्राटेक सीमेंट, श्री सीमेंट, एशियन पेंट में प्रमुख गिरावट देखी गयी।
तकनीकी रूप से, साप्ताहिक चार्ट पर बियरिश कैंडल बनाने के बाद यह आज निफ्टी ने दैनिक चार्ट पर डोजी कैंडलस्टिक बनाया है जो ट्रेडर के मन में बाजार के रुख को ले कर असमंजस को दर्शाता है। साथ ही निफ्टी फॉलिंग ट्रेंडलाइन पर रेसिस्टेन्स का सामना कर रहा है तथा इन स्तरों पर लाभ ले लेने की प्रवृति दर्शा रहा है।
फिबोनाकी रेट्रेंचमेंट का सपोर्ट 15650 पर है।यह ट्रेडर के लिए लघु अवधि में खरीदी का अवसर बन सकता है यदि 15650 का स्तर नही टूटता है। आवरली चार्ट पर मिडिल बोलिंगर बैंड पर सपोर्ट है, इसके कारण एक तेजी की चाल बन सकती है। स्टॉक विशेष एक्शन आने वाले दिनों में मार्केट में अधिक प्रभावी रहेगा। डेरीवेटिव में कॉल पर सर्वाधिक ओपन इंटरेस्ट 16000 पर तथा उसके बाद 16200 पर है।
पुट में सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट 15500 निफ्टी पर है।
इंडिया विक्स 24.53 पर 4.43% की बढ़त के साथ बंद हुआ जो साप्ताहिक एक्सपायरी तक तीव्र उतार चढ़ाव का संकेत देता है।बैंक निफ्टी का सपोर्ट 32600 तथा रेसिस्टेन्स 34500 है।
बता दें कि, सुबह बाजार बढ़त के साथ खुला था। इस दौरान सेंसेक्स 78.13 अंक तेजी के साथ 52,872 के स्तर पर खुला था। वहीं निफ्टी 14 अंक की बढ़त के साथ 15,796 के स्तर पर खुला था।
सुमीत बगड़िया
एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर
चॉइस ब्रोकिंग (Choice Broking)
Source: Choice India
खबरें और भी हैं...
Chennai: वेंकैया नायडू ने चेन्नई खेल संस्थान में खेला बैडमिंटन
Income Tax Department: आयकर विभाग ने शशिकला की संपत्ति कुर्क की
Resistance Front : अफगानिस्तान में समानांतर सरकार की घोषणा करेगा पंजशीर का विद्रोही गुट
Income Tax portal issues: आईटी ई-फाइलिंग पोर्टल में किया जा रहा प्रगतिशील मुद्दों का समाधान
बयान: संदीप दीक्षित ने कहा- बीजेपी अपने दो एजेंटों- केजरीवाल और ओवैसी का समर्थन कर रही है