विपक्षी पार्टियों ने फंडिंग की झूठी जानकारी के खुलासे पर इमरान खान को बताया चोर
![Pakistans opposition parties called Imran Khan a thief on disclosure of false information about funding Pakistans opposition parties called Imran Khan a thief on disclosure of false information about funding](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2022/01/817224_730X365.jpg)
- स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के एक बैंक स्टेटमेंट से पता चला है कि पार्टी को 1.64 अरब रुपये का फंड मिला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) द्वारा विदेशी फंडिंग मामले में सामने लाए गए चुनावी फंड में करोड़ों रुपये का खुलासा नहीं करने को लेकर विपक्षी दलों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की कड़ी आलोचना की है।
फ्राइडे टाइम्स की एक हालिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
ईसीपी की एक जांच समिति द्वारा जारी रिपोर्ट में संकेत दिया गया है कि पीटीआई ने संवैधानिक निकाय को अपने वित्त पोषण के बारे में गलत जानकारी प्रदान की।
रिपोर्ट के अनुसार, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के एक बैंक स्टेटमेंट से पता चला है कि पार्टी को 1.64 अरब रुपये का फंड मिला, जिसमें से 31 करोड़ रुपये से अधिक की कोई रिपोर्ट ही नहीं की गई और इसका कोई हिसाब नहीं रखा गया।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) सहित विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों के एक समूह ने सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से धन को छिपाने की निंदा की और तत्काल आगे की जांच की मांग की।
पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने एक बयान में कहा कि इमरान खान ने न केवल चोरी की और छिप गए, बल्कि लोगों की जेबें भी लूट लीं हैं।
पीडीएम के प्रवक्ता हाफिज हमदुल्ला ने एक बयान जारी कर दोहराया कि ईसीपी के निष्कर्ष, इमरान खान और पीटीआई की चोरी का खुलासा करते हैं।
हमदुल्ला ने कहा, जांच समिति ने देश के सामने पीटीआई का असली चेहरा उजागर कर दिया है। इमरान खान और पीटीआई, जिन्होंने दूसरों पर चोरी का आरोप लगाया था, खुद ही चोर निकले।
पीटीआई के खिलाफ चल रहा विदेशी फंडिंग का मामला 2014 में पार्टी के संस्थापक सदस्य अकबर बाबर द्वारा दायर किया गया था।
मूल फाइलिंग में, बाबर ने महत्वपूर्ण वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया, जिसमें धन के अवैध स्रोत, पाकिस्तान और विदेशों में छिपाए गए बैंक खाते, मनी लॉन्ड्रिंग और मध्य पूर्व से अवैध धन प्राप्त करने के लिए निजी बैंक खातों का उपयोग शामिल है।
(आईएएनएस)
Created On :   5 Jan 2022 3:00 PM GMT