सबसे पॉवरफुल रॉकेट से स्पेस में भेजी गई कार रास्ता भटकी

सबसे पॉवरफुल रॉकेट से स्पेस में भेजी गई कार रास्ता भटकी

डिजिटल डेस्क, कैप कैनावरल।  अमेरिका की कंपनी SpaceX ने मंगलवार को दुनिया का सबसे पॉवरफुल रॉकेट लॉन्च किया था। कंपनी ने "फॉल्कन हैवी" नाम के इस रॉकेट  के साथ टेस्ला स्पोर्ट्स कार भी भेजी थी। इस कार को उस ऑर्बिट में स्थापित करने की योजना थी, जो कार को आने वाले समय में मंगल ग्रह के करीब ले जाता। लेकिन निर्धारित ट्रेजेटरी से भटक कर रॉकेट उस ट्रेजेटरी में चला गया जहां से  कार को एस्ट्रोइड बेल्ट की तरफ जा रही है।  

इसलिए भटकी कार अपनी रूट से

स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने कहा कि यह कार अब एस्ट्रोइड बेल्ट के पास है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि इस कार को पुश करने के लिए जिस ईंधन का विस्फोट किया जाना था, उसका धमाका इतना तेज था कि यह कार अपने तय रूट से अलग चली गई। कार के रूट में बदलाव होना स्पेसएक्स के लिए भी चिंता का विषय है। ऐसा पहली बार है कि किसी प्राइवेट कंपनी ने बिना किसी सरकारी मदद के इतना बड़ा रॉकेट बना दिया। अगर यह सफल रहा तो आने वाले वक्त में स्पेसएक्स एयरफोर्स की सेटलाइट्स को अंतरिक्ष तक पहुंचाने में मदद कर सकता है जो कि फॉल्कन 9 के लिए भारी होती हैं। इतना ही नहीं इससे नासा को भी मदद मिल सकती है। 

ऐतिहासिक लांचिंग पैड से किया गया था लॉन्च

गौरतलब है कि अमेरिका की कंपनी स्पेसएक्स ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली रॉकेट फाल्कन हेवी को मंगलवार को लॉन्च किया था। फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर स्थित नासा के ऐतिहासिक लांचिंग पैड से फाल्कन हैवी रॉकेट ने उड़ान भरी था। खास बात यह है कि इस रॉकेट के साथ एलन मस्क की स्पोर्टस कार को भी भेजा गया है। फाल्कन हेवी रॉकेट का वजन लगभग 63.8 टन है, जो दो स्पेस शटल के वजन के बराबर  है।  इस रॉकेट में 27 मर्लिन इंजन लगे हैं और इसकी लम्बाई 230 फुट है। 

इससे पहले इस रॉकेट लांच के संबंध में स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने कहा था कि पूरी दुनिया से लोग सबसे बड़े रॉकेट और आतिशबाजी के प्रदर्शन को देखने के यहां लिए पहुंच रहे हैं करीब पचास साल पहले जिस पैड से मानव का चांद पर जाने का सफर शुरू हुआ, उसमें स्पेसएक्स ने अपने फाल्कन 9 और फाल्कन हेवी रॉकेटों के अनुकूल बदलाव लाया है. मस्क ने इससे पहले ट्वीट करके कहा था कि "केप केनेडी स्थित अपोलो लांचपैड 39 ए से छह फरवरी को फाल्कन हैवी की पहली उड़ान का लक्ष्य है।"
 

Created On :   8 Feb 2018 2:09 PM GMT

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