US का मिशन मून, अमेरिकन होगी चांद पर जाने वाली पहली महिला
डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन।अमेरिका चंद्रमा के लिए एक और मानव मिशन भेजने की योजना बना रहा है। इस मिशन पर अमेरिका एक महिला अंतरिक्ष यात्री को भी भेजेगा। अगले पांच सालों में इस मिशन को पूरा करने की अमेरिका की योजना है। उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने सोमवार को कहा, पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह पर उतरने वाली पहली महिला एक अमेरिकी होगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका को अंतरिक्ष की सबसे बड़ी महाशक्ति बनाना की दिशा में काम कर रहे हैं। इसके लिए 6 मई से शुरू हुई सैटेलाइट कान्फ्रेंस में भारत समेत 105 देशों के 15 हजार वैज्ञानिक भाग ले रहे हैं। यह चार दिनों तक चलेगी।
बता दें कि अमेरिका अभी तक चांद पर छह मिशन भेज चुका है। अपोलो 11 अमेरिका समेत पूरी दुनिया की तरफ से चांद पर भेजा गया पहला कामयाब मानव मिशन था। मिशन को 16 जुलाई 1969 को लॉन्च किया गया था। 20 जुलाई 1969 को एस्ट्रोनॉट नील आर्मस्ट्रॉन्ग और एडविन ऑल्ड्रिन चांद की जमीन पर उतरे थे। पेंस ने कहा, अंतरिक्ष के रहस्यों को पूरी तरह से सुलझाने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नासा के अलावा जानकारी और मार्गदर्शन के लिए अमेरिकी सरकार के विशाल प्रयासों के अतिरिक्त काम को लेकर आशान्वित हैं। उन्होंने कहा, इसलिए हम इस यूजर्स एडवाइजरीज ग्रुप इन द नेशनल स्पेस काउंसिल के लिए एकत्र हुए हैं, जिसके लिए मैं गौरव के साथ कह सकता हूं कि पूरे अंतरिक्ष उद्यम में नवाचार में तेजी लाने में मदद करने के लिए देश के कुछ प्रतिभाशाली और विलक्षण प्रतिभाओं को साथ लाया गया है।
पेंस ने कहा कि धरती, वायु और समुद्र की तरह से अंतरिक्ष क्षेत्र भी वार जोन में तब्दील होता जा रहा है। दूसरे देश लगातार अंतरिक्ष में मौजूद अमेरिकी सैटेलाइटों को निशाना बनाकर संचार व्यवस्था को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैसे पृथ्वी पर उनका देश एक महाशक्ति है, वैसे ही अंतरिक्ष में भी वह अपनी बादशाहत को कायम रखेंगे। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन को साल के समाप्त होने से पहले बहुत ही गर्व है और हम अमेरिकी धरती से अमेरिकी रॉकेटों पर अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को एक बार फिर अंतरिक्ष में भेजेंगे.
Created On :   7 May 2019 3:57 PM IST