EU Sanctions on Russia: 'हम ऐसे एकतरफा प्रतिबंधों का सपोर्ट नहीं करते', यूरोपीय यूनियन के रूस पर लगाए बैन पर बोला भारत

- ईयू ने रूस पर लगाए 18वें दौर के प्रतिबंध
- सपोर्ट में उतरा भारत
- गुजरात के वडीनार तेल रिफाइनरी पर भी पड़ेगा असर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस पर आर्थिक दबाव बनाने की कोशिश में यूरोपीय यूनियन (EU) ने शुक्रवार को नए प्रतिबंधों का ऐलान किया। EU के इस बैन को भारत ने एकतरफा बताया। साथ इसे ऊर्जा व्यापार के क्षेत्र में दोहरा मापदंड बताया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल एक्स पर पोस्ट कर कहा, "भारत सरकार अपने नागरिकों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए ऊर्जा सुरक्षा के प्रावधान को काफी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मानती है। हम इस बात पर जोर देंगे कि दोहरे मापदंड नहीं होने चाहिए, खासकर जब ऊर्जा व्यापार की बात हो।"
एकतरफा बैन का सपोर्ट नहीं करता भारत
उन्होंने आगे कहा, "हमने यूरोपीय यूनियन की ओर से लगाए गए प्रतिबंध पर गौर किया। भारत किसी भी एकतरफा प्रतिबंध का समर्थन नहीं करता है। हम एक जिम्मेदार राष्ट्र हैं और अपने कानूनी दायित्वों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।"
यूरोपीय संघ के इस बैन का असर गुजरात के वडीनार तेल रिफाइनरी पर भी पड़ेगा। जिसको नायरा एनर्जी लिमिटेड ऑपरेट करती है, जिसमों रूसी सरकार के स्वामित्व वाली तेल कंपनी रोसनेफ्ट की 49.13 फीसदी हिस्सेदारी है।
नाटो ने दी थी भारत समेत इन देशों को चेतावनी
इससे पहले नाटो महासचिव मार्क रूटे भारत समेत चीन और ब्राजील को चेतावनी दी थी कि यदि वे रूस के साथ व्यापारिक रिश्ते खत्म नहीं करते तो उन पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम बाजार में उपलब्ध विकल्पों और मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों के अनुसार कदम उठाते हैं।
दरअसल, यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं, उससे सारे व्यापारिक रिश्ते भी खत्म कर लिए हैं। वहीं भारत,चीन और ब्राजील रूस से कच्चा तेल खरीद रहे हैं। इसी को लेकर नाटो प्रमुख ने कहा था, 'इन तीनों देशों- भारत, चीन और ब्राजील को इस पर विचार करना चाहिए, क्योंकि यह आपको बहुत प्रभावित कर सकता है।'
Created On :   19 July 2025 12:54 AM IST