तालिबान ने कहा- दूसरे देशों में मनमाने ढंग से हमले करना गैरकानूनी, इसमें नागरिक भी मारे गए
- अगर कोई संभावित खतरा था
- तो हमें इसकी सूचना दी जानी चाहिए थी
- अमेरिकी ड्रोन हमले की तालिबान ने निंदा की
- इस ड्रोन अटैक में सात लोग मारे गए थे
डिजिटल डेस्क, काबुल। काबुल में रविवार को संदिग्ध आत्मघाती हमलावर को निशाना बनाकर किए गए अमेरिकी ड्रोन हमले की तालिबान ने निंदा की है। इस ड्रोन अटैक में सात लोग मारे गए थे।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने सोमवार को चीन के सरकारी टेलीविजन सीजीटीएन से कहा कि "हम ऐसे हमलों की निंदा करते हैं क्योंकि दूसरे देशों में मनमाने ढंग से हमले करना गैरकानूनी है। अगर अफगानिस्तान में कोई संभावित खतरा था, तो हमें इसकी सूचना दी जानी चाहिए थी, न कि एक मनमाना हमला जिसके परिणामस्वरूप नागरिक हताहत हुए हैं।"
यूएस सेंट्रल कमांड के प्रवक्ता बिल अर्बन ने एक बयान में कहा था, "अमेरिकी सैन्य बलों ने आज काबुल में एक वाहन पर सेल्फ-डिफेंस अनमेन्ड ओवर-द-होराइजन एयरस्ट्राइक की जिसने काबुल एयरपोर्ट को ISIS के संभावित खतरे को एलिमिनेट किया।" अर्बन ने कहा, "हमें विश्वास है कि हमने टारेगेट को सफलतापूर्वक हिट किया।" उन्होंने कहा, वाहन से सेकंडरी एक्सप्लोजन संकेत है कि इसमें पर्याप्त मात्रा में विस्फोटक सामग्री थी।
इससे पहले शुक्रवार को भी अमेरिका ने अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया था।
टोलो न्यूज टीवी के अनुसार, इस स्ट्राइक को लेकर तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के एक सदस्य अब्दुलहक वासिक ने कहा था कि अमेरिका द्वारा शुक्रवार की स्ट्राइक दोहा समझौते के खिलाफ है। अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट की मौजूदगी को अमेरिका बढ़ा-चढ़ाकर बता रहा है।
वासिक ने कहा था, "हमने इस संबंध में दोहा में अमेरिकियों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं और हमला समझौते के खिलाफ है। समझौते के आधार पर, उन्हें अपनी वापसी के बाद अफगानिस्तान के मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं है।"
Created On :   30 Aug 2021 2:27 PM GMT