जानिए, कब मनाया जाता है विश्व छिपकली दिवस, क्या है इसकी वजह ?
- 14 अगस्त को मनाया जाता है विश्व छिपकली दिवस
- छिपकली की नाक उसकी जीभ में होती है मौजूद
- दुनियाभर में है छिपकली की लगभग 6000 प्रजातियां
डिजिटल डेस्क,दिल्ली। दुनियाभर में वर्लड लिजर्ड डे यानि कि विश्व छिपकली दिवस साल के 226वें दिन मनाया जाता है और इस साल ये दिन 14 अगस्त का आया है। इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य विश्व मे लोगों के बीच मे lizard यानी कि छिपकली से जुड़े जीवन के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। ताकि हम उनके बारे में पढ़े और सीखें।
छिपकली की प्रजातियां
भारत ही नहीं बल्कि विश्वभर में छिपकली की लगभग 6000 प्रजातियां मौजूद है, जिनके बारे में आपने कभी सुना भी नहीं होगा। जानवरों की खास बात ये हैं कि, जब तक हम उन्हें नहीं छेड़ेंगे वो भी हमे कोई नुकसान नहीं पहुचाएंगे। छिपकली से बहुत लोग डरते है। कई देशों में तो, छिपकली को मार कर खाने की भी प्रथा है। इतना ही नहीं कुछ जगहों पर छिपकली की बोली भी लगाई जाती है।
छिपकली से जुड़ी कुछ रोचक बातें
- जैसे सांप अपनी केंचुली बदलता है, वैसे ही छिपकली भी समय समय पर अपनी त्वचा उतारती रहती है।
- खास बात - छिपकली की नाक उसकी जीभ में मौजूदू होती है, जिसके कारण वो किसी भी चीज़ को सूंघने के लिए अपनी जीभ बाहर निकालती है।
- दुनिया में सबसे ज्यादा प्रजाति में छिपकली ही पाई जाती है।
- अगर आप छिपकली को मारने की लिए उसकी पूंछ पकड़ते है तो, ध्यान रखिए कि, वो अपनी पूँछ को अपने शरीर से आसानी से अलग कर सकती है।
- छिपकली की अलग-अलग प्रजाति पूरी दुनिया में मौजूद है। लेकिन, अंटार्कटिका महाद्वीप में नहीं। क्योंकि यहां का तापमान बहुत ठंडा है और छिपकली ज्यादा ठंड में जिंदा नहीं रह सकती।
- छिपकली की कुछ ऐसी भी प्रजातियां होती हैं जो गिरगिट की तरह रंग बदलने में भी माहिर होती है।
Created On :   14 Aug 2021 9:35 AM IST