ऑस पार्टी डेलीगेशन: भारत के ऑपरेशन सिंदूर और जीरो टॉलरेंस का संदेश लेकर कनिमोझी पहुंचीं मॉस्को, कहा- 'भारत ने जवाब दिया तो जिम्मेदारी से दिया'

- ऑपरेशन सिंदूर पर डीएमके सांसद कनिमोझी ने दिया बयान
- ऑल पार्टी डेलीगेशन का नेतृत्व कर रही हैं कनिमोझी
- आतंकवाद और जीरो टॉलरेंस पर दिया भारत का संदेश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आतंकवाद को लेकर भारत की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारत की तरफ से सात लोगों की ऑल पार्टी डेलीगेशन इस महीने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ अपने प्रमुख पार्टनर देशों का दौरा करने निकल आए हैं। साथ ही ये सातों डेलीगेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत के जीरो टॉलरेंस नीति को दुनिया के सामने पेश करेंगे। इस ऑल पार्टी डेलीगेशन में अलग-अलग पार्टी के संसद सदस्य शामिल हुए हैं। इसी बीच कनिमोझी भी भारत का संदेश लेकर रूस पहुंची हैं। उन्होंने कहा है कि, भारत ने जवाब दिया है तो जिम्मेदारी से दिया है।
कनिमोझी ने क्या कहा?
कनिमोझी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा कि, 'भारत के पास जवाब देने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। लेकिन जब भारत ने जवाब दिया, तो हमने जिम्मेदारी से जवाब दिया। हमने सुनिश्चित किया कि कोई भी नागरिक प्रभावित न हो, सैन्य ठिकानों को कोई नुकसान न पहुंचे। हमने केवल उन ठिकानों को निशाना बनाया जहां आतंकवादी पनाह और प्रशिक्षण लेते थे। उन्होंने जवाबी कार्रवाई जारी रखी, गुरुद्वारों, मंदिरों, आवासीय क्षेत्रों जहां भारतीय नागरिक रहते थे और यहां तक कि हमारे सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया।'
#WATCH मॉस्को, रूस: ऑपरेशन सिंदूर पर DMK सांसद कनिमोझी ने कहा, "...भारत के पास जवाब देने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। लेकिन जब भारत ने जवाब दिया, तो हमने जिम्मेदारी से जवाब दिया। हमने सुनिश्चित किया कि कोई भी नागरिक प्रभावित न हो, सैन्य ठिकानों को कोई नुकसान न पहुंचे। हमने केवल… pic.twitter.com/dN5VRBavRl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 24, 2025
भारत और पाकिस्तान के बीच शांति के लिए किए कई प्रयास- कनिमोझी
कनिमोझी ने आगे कहा कि, 'पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक, सभी ने भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी शांति लाने के प्रयास किए हैं। हमने हमेशा नेतृत्व किया है लेकिन दुर्भाग्य से जब भी शांति वार्ता होती है तो भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी हमलों के कारण हमें भी चोट पहुंचती है। बार-बार इसका संबंध पाकिस्तान से जुड़ा होता है। अब समय आ गया है कि हम किसी भी बहाने को स्वीकार न करें और सच को सच कहें। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आतंकवाद और आतंकवाद को प्रायोजित करना दो अलग-अलग चीजें नहीं हैं'
Created On :   24 May 2025 6:05 PM IST