जापान की सुकुबा यूनिवर्सिटी में चूहों पर एक स्टडी की गई जिसमें पता चला कि सिंगल जीन म्यूटेशन के जरिए चूहों की नींद की अवधि को बढ़ाया जा सकता है, शोधकर्ताओं को यकीन है कि इस स्टडी के नतीजों से मानव में नींद की आदतों के अध्ययन में बहुत मदद मिलेगी। नेशनल एकेडमी ऑफ साइसेंज जर्नल में प्रकाशित हुई एक स्टडी में बताया गया है कि नींद को नियंत्रित करने वाले साइकोलॉजिकल मैकेनिजम के बारे में बहुत कम पता है। अभी तक यह एक पहेली ही बनी हुई है कि किसी एक शख्स की नींद दूसरे शख्स की नींद से अलग क्यों होती है।
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दैनिक भास्कर हिंदी: हर वक्त नींद आना नहीं है नॉर्मल? जानिए क्या है वजह
डिजिटल डेस्क,मुंबई। क्या आप उन लोगों में से हैं जो हर वक्त झपकी लेने को तैयार रहते हैं? अगर हां तो क्या आपने कभी सोचा है कि इसके पीछे की वजह क्या है? झपकियां लेने के फायदों के बारे में तो बहुत कुछ लिखा जा चुका है। झपकी लेने से आपकी कन्सन्ट्रेशन पावर बढ़ती है और अलर्टनेस भी, लेकिन कुछ लोगों को झपकी लेने का इतना मन क्यों करता है? अब वैज्ञानिकों ने एक स्टडी के जरिए इसका स्पष्टीकरण देने की कोशिश की है।


इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने चूहों में SIK3 नाम की प्रोटीन का म्यूटेशन किया और इसका उनकी नींद पर असर देखा गया। शोधकर्ताओं ने यह भी नोट किया कि चूहे कितनी देर तक सोए और कितनी देर के लिए जगे रहे। उनके सपने देखने के दौरान व सपने ना देखने के वक्त की दिमाग की गतिविधियों पर नजर रखी गई। शोधकर्ताओं ने पाया कि SIK3 में 551st अमीनो एसिड का म्यूटेशन करने पर चूहे ज्यादा देर तक सोए। ये भी देखा गया कि चूहे रात में सामान्य की अपेक्षा बहुत कम समय के लिए जगे रहे जबकि सामान्यत: इस समय वे ज्यादा सक्रिय रहते थे। स्टडी के लेखक मासाशी यानागिसावा ने कहा, स्टडी के नतीजे इसलिए भी दिलचस्प है क्योंकि म्यूटेशन से बिना सपने वाली नींद की अवधि सबसे ज्यादा प्रभावित हुई।

इससे हमें पता चला कि SIK3 नींद के मैकेनिजम के एक खास हिस्से को ही प्रभावित करता है। मासाशी ने कहा, हाइपरसोमनिया से पीड़ित मरीज ज्यादा नींद लेने की जरूरत महसूस करते हैं और लगभग पूरा दिन सोए-सोए से रहते हैं, जैसे कि हमारी स्टडी में चूहों के साथ हुआ। हमारी इस स्टडी से ये जानने में मदद मिल सकती है कि ऐसा क्यों होता है। इस रिसर्च से यही संकेत मिलता है कि जिन लोगों को नींद की ज्यादा जरूरत महसूस होती है, उनमें इसी प्रोटीन का म्यूटेटेड वर्जन हो सकता है।
गणतंत्र दिवस : स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में मनाया गया गणतंत्र दिवस समारोह
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में 74वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. डी.एस. राघव निदेशक, स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन उपस्थित थे। गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में डॉ. सत्येंद्र खरे, सेक्ट कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एजुकेशन के प्रिंसिपल, डॉ. नीलम सिंह, सेक्ट कॉलेज ऑफ बीएड की प्रिंसिपल और डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी, स्कोप पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुएl कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. डी.एस.राघव ने झन्डा फंहराया गया तथा विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अनुशासन एवं कौशल का परिचय देते हुए आकर्षक परेड की प्रस्तुति दीl विद्यालय के बच्चों द्वारा शारीरिक व्यायाम के महत्व को प्रकट करते हुए मनमोहक पीटी प्रस्तुत की गई l
स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज, बी.एड कॉलेज, स्कोप प्रोफेशनल कॉलेज तथा स्कोप स्कूल के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय एकता अखंडता एवं देश प्रेम से ओतप्रोत प्रस्तुतियां दीl कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण उरी हमले पर आधारित नृत्य नाटिका तथा रानी लक्ष्मीबाई के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को चित्रित करता हुआ नृत्य गीत था। मुख्य अतिथि डॉ डीएस राघव ने अपने संबोधन में कहा कि हम अपने कर्तव्यों का निर्वाहन ईमानदारी एवं पूर्ण निष्ठा के साथ करते हैं तो यही आज के समय में हमारी सच्ची देश सेवा है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्राचार्या डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी ने सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम की आयोजन समिति के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम अपने उद्देश्य के प्रति ईमानदार रहेंगे और उसके प्रति पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करेंगेl