ऑल पार्टी डेलीगेशन: कांग्रेस से शशि थरूर को नहीं दी गई थी जगह, जानें कैसे डेलीगेशन टीम में थरूर हुए शामिल?

कांग्रेस से शशि थरूर को नहीं दी गई थी जगह, जानें कैसे डेलीगेशन टीम में थरूर हुए शामिल?
  • शशि थरूर हुए डेलीगेशन टीम में शामिल
  • डेलीगेशन टीम की लिस्ट में नहीं था शशि थरूर का नाम
  • कांग्रेस ने दिए थे चार नाम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद ही पाकिस्तान के लगातार झूठे दावे सामने आ रहे थे। जिसका पर्दाफाश करने के लिए भारतीय सरकार ने ऑल पार्टी डेलीगेशन का गठन किया है। अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए केंद्र सरकार ने डेलीगेशन में शामिल नेताओं को बाहर भेजने का फैसला लिया है। इस डेलीगेशन के लिए कांग्रेस की तरफ से शशि थरूर को शामिल किया गया है लेकिन कांग्रेस ने पहले उनका नाम लिस्ट में नहीं दिया था।

मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ दिनों पहले पार्टी लाइन के खिलाफ शशि थरूर बयानबाजियां कर रहे थे। उसके बाद से ही पार्टी थरूर से काफी नाराज चल रही थी। पार्टी के नेताओं की तरफ से ही शशि थरूर का नाम बाहर रखने के लिए आलाकमान से अपील की गई थी। वहीं, सरकार की तरफ से थरूर को भेजे जाने के पेशकश की गई है। इस पर ही कांग्रेस की तरफ से साफ कर दिया गया है कि कांग्रेस के मेंबर्स चुनने का फैसला उसका है, जिसको पार्टी नेतृत्व तय करेगा। इसके बाद जो नाम दिए गए उसमें थरूर का नाम शामिल नहीं था।

सरकार ने किए सदस्यों के नाम शामिल

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू की तरफ से कहा गया है कि, सबसे जरूरी क्षणों में भारत एक साथ है। ऑल पार्टी डेलीगेशन में जल्दी ही प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे। इसमें, कांग्रेस से शशि थरूर, बीजेपी से रविशंकर प्रसाद, जेडीयू से संजय कुमार झा, बीजेपी से बैजयंत पांडा, डीएमके से कनिमोझी वरुणानिधि, एनसीपी से सुप्रिया सुले और शिवसेना से श्रीकांत एकनाथ शिंदे के नाम हैं। भारत का डेलीगेशन पाकिस्तान के झूठों का पर्दाफाश करेगा और तो और ये भी बताएगा कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों को जगह दे रखी है।

कांग्रेस ने किसके दिए नाम?

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश की तरफ से बताया गया है कि, 'कल सुबह संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी से बात की है और पाकिस्तान के आंतकवाद पर भारत का रुख स्पष्ट करने के लिए विदेश भेजने वाले डेलीगेशन के लिए 4 सांसदों के नाम पेश किए गए हैं। जिसमें, आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, डॉ. सैयद नासीर हुसैन, राजा बरार शामिल हैं।'

कैसे होगा काम?

सरकार के डेलीगेशन में 40 सांसदों को सात क्षेत्रीय समूहों में बांटा जाएगा। हर ग्रुप में करीब 7 से 8 सदस्य हो सकते हैं। 22 से 23 मई से शुरू होने वाली 10 दिनों की अवधि में चार से पांच देशों का दौरा कर सकते हैं। डेलीगेशन के साथ-साथ विदेश मंत्रालय के भी एक अधिकारी के जाने की संभावना जताई जा रही है।

Created On :   17 May 2025 1:15 PM IST

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