Operation Sindoor: चीन के हथियारों पर पल रहा पाकिस्तान? ऑपरेशन सिंदूर पर भारतीय सेना बड़ा बयान, बताया तनाव के दौरान क्या थी तुर्की की भूमिका

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद के खिलाफ भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। अब इसी ऑपरेशन को लेकर इंडियन आर्मी डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर, सिंह ने हैरान कर देने वाला बयान दिया है। उन्होंने शुक्रवार (4 जुलाई) को एक कार्यक्रम में पाकिस्तान और चीन के संबंध का खुलासा किया है। उनका कहना है कि बीते 5 सालों में दुश्मन देश पाक ने हमले में जिन हथियारों की मदद ली है, उनमें से 81 परसेंट हथियार चीन के दिए हुए हैं।
#WATCH | Delhi: At the event 'New Age Military Technologies' organised by FICCI, Deputy Chief of Army Staff (Capability Development & Sustenance), Lt Gen Rahul R Singh says, "Air defence and how it panned out during the entire operation was important... This time, our population… pic.twitter.com/uF2uXo7yJm
— ANI (@ANI) July 4, 2025
'पाकिस्तान कर रहा चीनी हथियार इस्तेमाल'
'न्यू एज मिलिट्री टेक्नोलॉजीज' कार्यक्रम में राहुल आर सिंह ने कई खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि पूरे अभियान के दौरान वायु रक्षा और उसका संचालन किस तरह किया गया, यह महत्वपूर्ण था। इस बार, हमारे जनसंख्या केंद्रों पर पूरा ध्यान नहीं दिया गया, लेकिन अगली बार, हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। हमारे पास एक सीमा थी और दो विरोधी थे, असल में तीन। पाकिस्तान सामने था। चीन हर संभव सहायता दे रहा था। पाकिस्तान के पास 81% सैन्य हार्डवेयर चीनी हैं। चीन अपने हथियारों का परीक्षण अन्य हथियारों के खिलाफ करने में सक्षम है, इसलिए यह उनके लिए एक लाइव लैब की तरह है।
तुर्की की भूमिका?
राहुल सिंह ने आगे कहा कि तुर्की ने भी इस तरह की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब डीजीएमओ स्तर की बातचीत चल रही थी, तो पाकिस्तान को चीन से हमारे महत्वपूर्ण वेक्टरों के बारे में लाइव अपडेट मिल रहे थे। हमें एक मजबूत डिफेंस सिस्टम की जरूरत है।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
आपको बता दें कि, भारत ने 9 मई को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और पीओके स्थित 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया था। भारत की एयरस्ट्राइक में 100 से भी ज्यादा आतंकवादी मारे गए थे। लेकिन अब सवाल है कि यह ऑपरेशन लॉन्च क्यों किया था? दरअसल, 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकवादी हमला हुआ था जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हुई थी। आतंकियों ने मजहब पूछ कर लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली। यह वही समय था जब भारत ने मासूम लोगों की जान का बदला लेने का प्रण लिया। इसी के बाद ऑपरेशन सिंदूर को लॉन्च किया गया।
Created On :   4 July 2025 3:55 PM IST