बर्ड फ्लू का खतरा: मध्य प्रदेश, हिमाचल, गुजरात और राजस्थान में अलर्ट, मंदसौर में मीट की दुकानें बंद, झालावाड़ में धारा-144 लागू

Bird flu outbreak in Madhya Pradesh, Himachal Pradesh, Gujarat and Rajasthan
बर्ड फ्लू का खतरा: मध्य प्रदेश, हिमाचल, गुजरात और राजस्थान में अलर्ट, मंदसौर में मीट की दुकानें बंद, झालावाड़ में धारा-144 लागू
बर्ड फ्लू का खतरा: मध्य प्रदेश, हिमाचल, गुजरात और राजस्थान में अलर्ट, मंदसौर में मीट की दुकानें बंद, झालावाड़ में धारा-144 लागू

डिजिटल डेस्क, भोपाल। कोरोना संकट के बीच देश में अब बर्ड फ्लू का खतरा भी मंडराने लगा है। देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू फैल गया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल, गुजरात और केरल राज्य में बर्ड फ्लू के कहर से लोगों में दहशत का माहौल है। इस बीमारी के खतरे को बढ़ता हुआ देख राज्यों सरकार ने अलर्ट जारी किया है। वहीं, केरल राज्य ने इसे राजकीय आपदा घोषित कर डाला है। मध्य प्रदेश के मंदसौर में मीट और अंडे की दुकानें बंद कर दी गई हैं। वहीं राजस्थान के झालावाड़ में धारा 144 लागू कर दी गई है। 

हिमाचल: पौंग झील में हजारों प्रवासी पक्षियों की मौत
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से करीब 300 किलोमीटर दूर कांगड़ा के पौंग जलाशय में इन प्रवासी पक्षियों की सेंक्चुरी बनाई गई है। पौंग झील में हर साल अक्तूबर से मार्च तक रूस, साइबेरिया, मध्य एशिया, चीन, तिब्बत आदि देशों से विभिन्न प्रजातियों के रंग-बिरंगे परिंदे लंबी उड़ान भर यहां पहुंचते हैं और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इस साल अब तक मात्र कुछ ही दिनों में 1700 पक्षियों की मौत हो चुकी है। इसके बाद जिला प्रशासन ने इस जलाशय के आसपास चिकन, अंडे समेत पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर रोक लगा दी है। पौंग झील के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्र को अलर्ट जोन घोषित किया गया है। प्रशासन ने ने बर्ड फ्लू की आशंका के चलते झील में सभी प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगा दी है।

केरल में राष्ट्रीय अपदा घोषित हुआ बर्ड फ्लू
उत्तर और मध्य भारत के राज्यों में जहां बर्ड फ्लू बढ़ रहा है वहीं दक्षिण में ये फ्लू दस्तक दे चुका है। केरल के अलाप्पुझा और कोट्टायम जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। केरल राज्य में इस फ्लू को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दी गई है। बर्ड फ्लू के केस आने पर प्रशासन अलर्ट हो गया है, कंट्रोल रूम बनाए गए हैं और दोनों ही जिलों में QRT क्विक रिएक्शन टीमों की तैनाती कर दी गई है। बता दें कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह में दोनों जिले में कई बत्तख मृत पाई गई थीं। भोपाल की लैब में 8 सैम्पल भेजे गए थे जिनमें से 5 में फ्लू पाया गया।अब तक करीब 1700 बत्तखों की मौत हो चुकी है। 

मध्यप्रदेश के मंदसौर व खरगोन में भी कौओं की मौत
मध्यप्रदेश और राजस्थान के कुछ इलाकों में भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं। मध्यप्रदेश के इंदौर में एक जनवरी को एक हरे-भरे इलाके में कई कौए मृत पाए गए थे, जिनमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। इसके बाद प्रशासन ने सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों वाले मरीजों का पता लगाने के लिए अभियान की शुरुआत कर दी है। इंदौर के बाद मंदसौर और खरगोन में भी कौओं की मौत हो चुकी है, जिसके बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है। बता दें कि मंदसौर में पिछले तीन दिन के दौरान 170 कौओं की मौत हो चुकी है, जबकि खरगोन में भी 15 कौओं ने जान गंवाई है। ऐसे में इन दोनों जिलों में भी बर्ड फ्लू वायरस फैलने की आशंका बढ़ गई है।

राजस्थान में पक्षियों की मौत का सिलसिला जारी
वहीं, राजस्थान में पिछले दिनों सैकड़ों पक्षियों की मृत्यु की जांच में बर्ड फ्लू के नमूने मिलने के बाद पशुपालन विभाग ने इससे निपटने के लिए राज्य स्तरीय नियंत्रण स्थापित किया है। जानकारी के अनुसार यहां मरने वाले पक्षियों में सबसे ज्यादा संख्या कौवों की है और अधिकांश मामले कोटा और जोधपुर संभाग से सामने आए हैं। राजस्थान कई जिलों में पक्षियों की मौत का सिलसिला जारी है। रविवार को विभिन्न जिलों में 170 से अधिक पक्षियों की मौत हो गई। पशुपालन विभाग के अनुसार राज्य में 425 से अधिक कौवों, बगुलों और अन्य पक्षियों की मरे हैं।

हरियाणा में एक लाख मुर्गियों की मौत
देश के हरियाणा राज्य में भी इस बीमारी का कहर बढ़ता दिखाई दे रहा हैं। यहां बरवाला क्षेत्र में रहस्यमय तरीके से मर रहीं मुर्गियों की वजह से इलाके में एवियन फ्लू का भय है। यहां करीब एक लाख मुर्गी और चूजों की मौत हो चुकी है। मुर्गियों के रहस्यमय तरीके से मरने का सिलसिला 5 दिसंबर से शुरू हुआ था। बता दें कि बरवाला क्षेत्र के 110 मुर्गी फार्मों में से लगभग दो दर्जन फार्मों में मुर्गियों की रहस्यमय तरीके से मौत हो चुकी है। 

Created On :   5 Jan 2021 10:11 AM GMT

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