मप्र में कोरोना: भोपाल, इंदौर और उज्जैन पूरी तरह सील, कोरोना बीमारी को छुपाने वाले व्यक्ति पर होगी FIR, राज्य में 24 की मौत, 381 संक्रमित

मप्र में कोरोना: भोपाल, इंदौर और उज्जैन पूरी तरह सील, कोरोना बीमारी को छुपाने वाले व्यक्ति पर होगी FIR, राज्य में 24 की मौत, 381 संक्रमित

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यहां मौत का आंकड़ा जहां 24 हो गया है, वहीं संक्रमितों की संख्या 381 पर पहुंच गई है। इसके साथ ही मरीजों के स्वस्थ होने का सिलसिला भी बना हुआ है। अब तक 25 मरीज स्वस्थ हुए हैं। कोरोना पीड़ितों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर, भोपाल और उज्जैन को पूरी तरह से सील करने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अन्य जिलों में भी संक्रमित क्षेत्रों को पूर्ण प्रतिबंधित करने को कहा है। इन क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति जिला प्रशासन सुनिश्चित करें। यहां पर किसी को भी बाहर जाने या बाहर से अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी।

सीएम ने कहा कि इन क्षेत्रों में जिला प्रशासन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करे और आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगाए। इसके अलावा जरूरी होने पर समान की होम डिलीवरी की व्यवस्था प्रशासन को करने की जिम्मेदारी दी है। सीएम ने कहा कि कोरोना बीमारी को छिपाने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए हर व्यक्ति मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकले। होम मेड मास्क का भी प्रयोग किया जा सकता है। मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर  रहे थे।

कोरोना छिपाने वाले पर दर्ज होगी एफआईआर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोई भी व्यक्ति कोरोना रोग को छिपाए नहीं  नहीं छुपाए। साथ ही यह भी बताए कि किस-किस के संपर्क में आए हैं। कोरोना छुपाने पर मौत है और बताया तो जिंदगी मिलेगी। शिवराज ने कहा कि जो व्यक्ति इसे छुपाए, उसके विरुद्ध एफआइआर दर्ज की जाए और ईलाज के बाद उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। जो व्यक्ति कोरोना कार्य में लगे अमले से दुर्व्यवहार करता है, उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। सीएम ने कहा कि प्रदेश में बाहर के राज्यों से आए तथा प्रदेश में वापस लौटे मजदूरों के स्वास्थ्य परीक्षण की अच्छी व्यवस्था हो। ग्वालियर में एक माइग्रेंट लेबर पॉजिटिव आया है, जो दूसरे राज्य से प्रदेश में आया था। इस प्रकरण में विशेष सतर्कता बरती जाए। कोरोनावायरस से अब तक प्रदेश के 14  जिले प्रभावित हुए हैं।

राज्य में अब तक 24 और इंदौर में 16 लोगों की मौत
वहीं अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें इंदौर में मरने वालों की संख्या 16 हो गई है, वहीं उज्जैन में 5 और भोपाल, खरगोन व छिंदवाड़ा में एक-एक मरीज की मौत हुई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, वर्तमान में 264 मरीजों की स्थिति स्थिर बनी हुई है, वहीं 28 मरीजों की हालत गंभीर है। 25 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। स्वस्थ होने वाले मरीजों में इंदौर के 17, भोपाल के दो, जबलपुर के तीन, ग्वालियर के दो और शिवपुरी का एक मरीज है।

भोपाल में 94 संक्रमित, 7 पैरामेडिकल स्टाफ और एक पत्रकार भी पॉजिटिव
भोपाल में बुधवार को कोरोना के 11 नए मामले सामने आए। इनमें एक पत्रकार भी शामिल है। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया ने इसकी पुष्टि की। कोरोना का संक्रमण पिछले पांच दिन में बढ़कर 94 तक पहुंच गया। इन 5 दिन में हर रोज औसतन 20 पॉजिटिव केस सामने आए। राजधानी में एक पत्रकार जुगल किशोर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वे संक्रमित पुलिसकर्मियों के संपर्क में आए थे। इसमें जमाती 20, पुलिस विभाग के 15, स्वास्थ्य विभाग के 50 व अन्य 7 हैं। 

देर रात 43 नए मामले सामने आए
वहीं देर रात इंदौर में 40 नए केस सामने आए। इसके अलावा भोपाल में बजरिया थाना क्षेत्र के सराय सिकंदरी में दो लोग पॉजिटिव पाए गए। गुड्डू और उसकी पत्नी का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया है। गुड्डू पेशे से एक डॉक्टर के यहां ड्राइवर है। दोनों को हॉस्पिटल में एडमिट किया गया हैं। सराय सिकंदरिया पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है। उधर भोपाल के ही अशोका गार्डन 80 फिट सड़क पर रहने वाले व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उसने जहां-जहां सम्पर्क किया था वो जानकारी ली जा रही है। बताया जा रहा है कि भोईपुरा में गोविंद नाईं के यहां वो बाल कटवाने आया था। अभी स्वास्थ टीम आई है और गोविंद ओर उसके परिवार वालों को जांच के लिए ले गए हैं। वहीं होशंगाबाद में जिले के पहले कोरोना पॉजिटिव इटारसी के डॉक्टर की पत्नी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके साथ होशंगाबाद जिले में कुल 6 कोरोना पॉजिटिव मामले। सभी छह कोरोना पॉजिटिव इटारसी के हैं, सीएमएचओ डॉ सुधीर जैसानी ने की पुष्टि है।

बीते 24 घंटों में कोरोना से पीड़ित 91 नए मरीज मिले
स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में बीते 24 घंटों में मरीजों की संख्या में 91 मरीजों का इजाफा हुआ है। इसके साथ ही यहां मरीजों की संख्या 290 से बढ़कर 381 हो गई है। इंदौर में 213, भोपाल में 94, जबलपुर में 8, ग्वालियर 6, उज्जैन में 15, मुरैना में 13, खरगोन में 12, बड़वानी में 12, शिवपुरी व छिंदवाड़ा में दो-दो और बैतूल, विदिशा, श्योपुर व अन्य राज्य से आए एक-एक मरीजों के नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं। 

मप्र में एस्मा लागू
मध्य प्रदेश में कोरोनावायरस की रोकथाम के मद्देजनर प्रदेश सरकार ने राज्य में अत्यावश्यक सेवा अनुरक्षण कानून(एस्मा) लागू करने का फैसला किया है। मुाख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को ट्वीट कर एस्मा लागू किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा, नागरिकों के हित को देखते हुए कोविड 19 आउट ब्रेक के बेहतर प्रबंधन के लिए आज से सरकार ने मध्यप्रदेश में एसेंशियल सर्विसेज मैनेजमेंट एक्ट जिसे एस्मा या हिंदी में अत्यावश्यक सेवा अनुरक्षण कानून कहा जाता है, तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है। चौहान ने राज्य सरकार के कर्मचारियों की कर्तव्यपरायणता की सराहना करते हुए कहा, प्रदेश के राजस्व विभाग के मेरे अधिकारी-कर्मचारी बहनों और भाइयों, आपकी पूरी टीम कोविड-19 के खिलाफ युद्घ में पूरी ताकत से मोर्चे पर डटी हुई है।

सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर गए तो बगैर वारंट के गिरफ्तारी
एस्मा एक कानून है, जो संसद द्वारा पारित अधिनियम है। इसे 1968 में लागू किया गया था। हड़ताल को रोकने के लिए यह कानून लगाया जाता है। एस्मा लागू करने से पहले इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को समाचार पत्र या अन्य माध्यमों से सूचित किया जाता है। यह कानून अधिकतम छह माह के लिए लगाया जा सकता है। इसके लागू होने के बाद यदि कर्मचारी हड़ताल पर जाता है तो वह अवैध और दंडनीय है। कानून का उल्लंघन कर हड़ताल पर जाने वाले किसी भी कर्मचारी को बगैर वारंट के गिरफ्तार किया जा सकता है।

 

Created On :   8 April 2020 9:29 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story