सुप्रीम कोर्ट में हुई पांच नए जजों की नियुक्ति, केंद्र सरकार ने कॉलेजियम की सिफारिश को दी मंजूरी, जानिए नए जजों के बारे में
- पीएमओ ने 2 फरवरी को नियुक्तियों को मंजूरी दी थी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पांच नए जजों की नियुक्ति की है। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पिछले महीने ही इन नामों की सिफारिश की थी। जिन पांच जजों को नियुक्ति दी गई है, उसमें पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल एवं जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह, राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस पंकज मिथल, इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस मनोज मिश्रा और मणिपुर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस पीवी संजय कुमार शामिल हैं। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। शुक्रवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने जजों की नियुक्ति की मंजूरी नहीं मिलने पर नाराजगी जताई थी और कहा था कि उच्चतम न्यायालय को कड़े फैसले लेने के लिए मजबूर न करें। सुप्रीम कोर्ट में 34 जजों के पद स्वीकृत हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने 2 फरवरी को नियुक्तियों को मंजूरी दी थी और इसके बाद नामों को नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति भवन भेजा गया था। सूत्रों ने कहा कि अगर नियुक्ति का वारंट शनिवार को जारी होता है तो नए जजों को अगले हफ्ते की शुरुआत में शपथ दिलाई जा सकती है। आइये एक नजर डालते है उन जजों पर जो अगले हफ्ते शपथ ले सकते हैं -
जस्टिस पंकज मिथल
1982 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और मेरठ कॉलेज से एलएलबी पास करने के बाद जस्टिस पंकज मिथल ने 1985 से इलाहाबाद हाई कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की। जनवरी 2021 में उन्हें जम्मू और कश्मीर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में पदोन्नत किया गया था।
जस्टिस संजय करोल
जस्टिस संजय करोल को 11 नवंबर 2019 को पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त किया गया था। इससे पहले उन्होंने त्रिपुरा उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस के रूप में कार्य किया था। जस्टिस संजय ने त्रिपुरा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के पैट्रॉन-इन-चीफ के साथ-साथ त्रिपुरा न्यायिक अकादमी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है।
जस्टिस पीवी संजय कुमार
जस्टिस पीवी संजय कुमार 2021 में मणिपुर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे। इससे पहले वह पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस थे। उनका जन्म 14 अगस्त, 1963 को स्वर्गीय श्री पी. रामचंद्र रेड्डी के घर हुआ था, जो आंध्र प्रदेश के पूर्व महाधिवक्ता (1969 से 1982) थे।
जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह
जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह को 20 जून 2011 को पटना हाई कोर्ट के जस्टिस के रूप में पदोन्नत किया गया और फिर 10 अक्टूबर, 2021 को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया। फिर उन्हें पिछले पटना हाई कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया।
जस्टिस मनोज मिश्रा
जस्टिस मनोज मिश्रा 1988 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से लॉ में स्नातक किया और 12 दिसंबर, 1988 को एक वकील के रूप में नॉमिनेट हुए। इलाहाबाद हाई कोर्ट में दीवानी, राजस्व, आपराधिक और संवैधानिक पक्षों में प्रैक्टिस करने के बाद, उन्हें 21 नवंबर, 2011 को अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया। 06 अगस्त, 2013 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
Created On :   4 Feb 2023 7:50 PM IST