Bihar Politics: 'SIR पर चर्चा और...', वोटर लिस्ट को लेकर बढ़ा विवाद, मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया आखिर क्या चाहती है कांग्रेस?

- बिहार में बढ़ी सियासी हलचल
- एसआईआर पर विवाद जारी
- मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताई क्या है कांग्रेस की मांग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावी राज्य में इस वक्त मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। INDI गठबंधन के सहयोगी दल लगातार सरकार को घेर रहे हैं। SIR को खिलाफ आए दिन विपक्ष विरोध प्रदर्शन कर रही है। इस कड़ी में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि उनकी पार्टी आखिर चाहती क्या है? वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह चाहते हैं सदन में एसआईआर को लेकर चर्चा के लिए समय दिया जाए। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि कांग्रेस वोटर लिस्ट में हुई गड़बड़ी पर भी बातचीत करना चाहते हैं।
#WATCH | Delhi: Congress President and Rajya Sabha LoP Mallikarjun Kharge says, "We want a discussion on the Special Intensive Revision exercise. Everyone has been continuously asking the Speaker, Chairman and the Government in a very calm manner that our votes should not be… pic.twitter.com/gVXCpkGrEW
— ANI (@ANI) August 6, 2025
क्या चाहती है कांग्रेस?
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि कांग्रेस की क्या मांग है? उन्होंने मीडिया से कहा कि हम विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा चाहते हैं। सभी लोग लगातार अध्यक्ष, चेयरमैन और सरकार से बहुत ही शांत तरीके से कह रहे हैं कि हमारे वोट चोरी न हों। हम चाहते हैं कि हमें इस पर और मतदाता सूची में अनियमितताओं और वोटों की चोरी पर चर्चा करने के लिए समय मिले, हम चाहते हैं कि अगर पूरी चर्चा हो तो जहां भी उन्होंने गलतियां की हैं और जो भी वे असंवैधानिक तरीके से कर रहे हैं, हम उनका जवाब दे सकते हैं, सुझाव दे सकते हैं और देश के हित में, विशेष रूप से हम उन मतदाताओं की रक्षा कर सकते हैं जो अपने अधिकार खो रहे हैं।
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का नाम लेते हुए खड़गे ने कहा कि 21 जुलाई 2023 को तत्कालीन चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने कहा था कि यह सदन हर चीज पर चर्चा करने का हकदार है। किसके वोट काटे जा रहे हैं? अल्पसंख्यकों के वोट काटे जा रहे हैं, दलितों के वोट काटे जा रहे हैं, आदिवासियों के वोट काटे जा रहे हैं, मनरेगा मजदूरों के वोट काटे जा रहे हैं और प्रवासी मजदूरों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।
विपक्ष का क्या कहना?
विपक्ष का कहना है कि जब चुनाव में इतने कम दिन रह गए हैं तो पुनरीक्षण की क्या जरूरत आ गई? यह काम चुनाव से एक साल पहले किया जाना चाहिए।
Created On :   6 Aug 2025 2:16 PM IST