‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’: पीएम मोदी बोले- लैब से लैंड तक पहुंचेगी आधुनिक खेती, 700 जिलों में किसानों को मिलेगी मदद

- बदलते बाजार के लिए नई रणनीति- पीएम मोदी
- पीएम मोदी बोले- लैब से लैंड तक पहुंचेगी आधुनिक खेती
- 700 जिलों में किसानों को मिलेगी मदद- पीएम मोदी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कृषि क्षेत्र को आधुनिक और मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत ‘लैब से लैंड’ पहल के जरिए वैज्ञानिक किसानों को आधुनिक खेती की जानकारी देंगे।
गांव-गांव पहुंचेंगी 2000 टीमें
पीएम मोदी ने कहा, “मानसून की शुरुआत के साथ खरीफ फसलों की तैयारी चल रही है। ऐसे में अगले 12-15 दिनों तक 2000 से अधिक टीमें, जिनमें वैज्ञानिक, विशेषज्ञ, अधिकारी और प्रगतिशील किसान शामिल हैं, देश के 700 से ज्यादा जिलों में करोड़ों किसानों तक पहुंचेंगी। यह अभियान अपने आप में अनोखा है।”
बदलते बाजार के लिए नई रणनीति
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों ने रिकॉर्ड उत्पादन से अन्न भंडार भरे हैं, लेकिन अब बाजार और ग्राहकों की प्राथमिकताएं बदल रही हैं। उन्होंने कहा, “हमें किसानों और राज्य सरकारों के साथ मिलकर कृषि व्यवस्था में बदलाव लाना है। वैज्ञानिकों की ‘लैब से लैंड’ पहल के तहत किसानों को डेटा और आधुनिक तकनीक की जानकारी दी जाएगी, ताकि वे सीजन शुरू होने से पहले तैयार रहें।”
वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रगतिशील किसानों का योगदान
पीएम ने बताया कि कृषि वैज्ञानिकों ने बेहतर अनुसंधान किए हैं, वहीं प्रगतिशील किसानों ने अपने प्रयोगों से पैदावार बढ़ाई है। उन्होंने कहा, “इन सफल प्रयोगों और रिसर्च को किसानों तक पहुंचाना जरूरी है। ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ इस दिशा में नई ऊर्जा के साथ काम करेगा।”
विकसित भारत के लिए विकसित कृषि
मोदी ने जोर देकर कहा कि विकसित भारत के लिए कृषि को भी विकसित करना होगा। उन्होंने कहा, “पिछले 10-11 साल में सरकार ने किसानों को सही दाम, कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, जलवायु परिवर्तन से निपटने, कम पानी से अधिक फसल उगाने, मिट्टी को रसायनों से बचाने और खेती को आधुनिक बनाने पर काम किया है। अब इस अभियान के जरिए किसानों को जागरूक करने का लक्ष्य है।”
कृषि को वैश्विक स्तर पर ले जाने की तैयारी
पीएम ने कहा कि भारत को दुनिया का ‘फूड बास्केट’ बनाना है। इसके लिए फसलों को देश और दुनिया की जरूरतों के हिसाब से उगाने, तकनीक को खेतों तक पहुंचाने और टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने की जरूरत है। यह अभियान किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
Created On :   29 May 2025 11:49 PM IST