सुदर्शन सेतु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया सुदर्शन सेतु का उद्घाटन, जानिए क्यों खास है यह केबल बेस्ड ब्रिज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया सुदर्शन सेतु का उद्घाटन, जानिए क्यों खास है यह केबल बेस्ड ब्रिज
  • प्रधानमंत्री मोदी ने किया सुदर्शन सेतु का उद्घाटन
  • छह साल पहले रखी गई थी सेतु की आधारशिला
  • भगवान कृष्ण की छवियों से सजा हुआ है पुल

डिजिटल डेस्क, द्वारका। देश भर में कुछ ही महीनों में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले मोदी सरकार एक के बाद एक कई राज्यों को सौगात दे रही है। इस बीच अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात को एक बड़ा तोहफा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के द्वारका में भारत के सबसे लंबे केबल-बेस्ड पुल 'सुदर्शन सेतु' का उद्घाटन किया है।

छह साल पहले रखी गई थी आधारशिला

गुजरात के ओखा और बेयट द्वारका द्वीप को जोड़ने वाले 'सुदर्शन सेतु' का निर्माण 979 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। पीएम मोदी ने अक्टूबर 2017 में 2.3 किमी लंबे पुल की आधारशिला रखते हुए कहा था कि यह पुराने और नए द्वारका के बीच एक कड़ी के रूप में काम करेगा। यह बेट द्वारका की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को बिना किसी रुकावट के कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।

भगवान कृष्ण की छवियों से सजा पुल

ओखा बंदरगाह के पास स्थित बेयट द्वारका, द्वारका शहर से लगभग 30 किमी दूर है और भगवान कृष्ण के प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर का घर है। लगभग 27.20 मीटर चौड़े सुदर्शन सेतु पर चार लेन बने हुए हैं। इसके दोनों तरफ 2.50 मीटर चौड़े फुटपाथ हैं। यह ब्रिज एक यूनिक डिजाइन पेश करता है। जिसमें भगवद गीता के श्लोकों और दोनों तरफ भगवान कृष्ण की छवियों से सजा हुआ एक फुटपाथ है।

भारत का सबसे लंबा केबल बेस्ड ब्रिज

आधिकारिक जानकारियों के मुताबिक, 2.32 किलोमीटर तक फैला यह केबल बेस्ड पुल भारत का सबसे लंबा केबल ब्रिज है। यह ब्रिज ओखा मुख्य भूमि को बेयट द्वारका द्वीप से जोड़ने का काम करता है। इससे पहले इस पुल को 'सिग्नेचर ब्रिज' कहा जाता था। लेकिन अब इसका नाम बदलकर 'सुदर्शन सेतु' या 'सुदर्शन ब्रिज' कर दिया गया है।

Created On :   25 Feb 2024 4:35 AM GMT

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