Shubhanshu Shukla Axiom 4: शुभांशु शुक्ला ने रचा इतिहास, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में पहुंचने वाले बने पहले भारतीय

  • शुभांशु शुक्ला ने रचा इतिहास
  • इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में पहुंचने वाले बने पहले भारतीय
  • केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दी बधाई

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप के कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत अपनी टीम के साथ 26 जून की शाम 4.01 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचे। इसी के साथ शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। लगभग 28 घंटों का सफर तय करने के बाद करीब 6 बजे स्पेस स्टेशन का हैच खुला। इसके बाद सभी एस्ट्रोनॉट्स ने ISS के अंदर प्रवेश किया। इस दौरान ISS में मौजूद अंतरिक्षयात्रियों ने चारों एस्ट्रोनॉट का स्वागत किया और उन्हें वेलकम ड्रिंक दी। इसके बाद शुभांशु शुक्ला अन्य वैज्ञानिकों के साथ अगले 14 दिन तक स्टेशन में रहेंगे।

20 मिनट पहले की ड्रैगन कैप्सूल ने डॉकिंग

बता दें, एक्सिओम-4 (Ax-4) मिशन के तहत भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का ड्रैगन कैप्सूल तय समय से 20 मिनट पहले डॉक हुआ। इसके बाद हवा के रिसाव और दबाव की स्थिरता की जांच हुई। इस दौरान डॉकिंग का लाइव प्रसारण देखकर शुभांशु शुक्ला की मां की आंखें भर आई।

इस ऐतिहासिक पल को देखने के बाद शुभांशु शुक्ला के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा, "हमें बहुत खुशी है। सफल डॉकिंग हुई है इसके लिए हम भगवान का धन्यवाद करते हैं। हमें ये देख कर बहुत अच्छा लगा. हमें अपने बच्चे पर गर्व है। वहीं, शुभांशु शुक्ला की बहन शुचि मिश्रा ने कहा, "यह न केवल मेरे लिए, बल्कि सभी भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण चरण है। मैं प्रार्थना करती हूं कि यह चरण भी जल्दी से गुजर जाए और वे सुरक्षित रहें।"

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दी बधाई

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बधाई देते हुए कहा, "बधाई हो...एक्सिओम-4 डॉकिंग सफल रही। शुभांशु अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के भीतर कदम रखने के लिए तैयार हैं उनकी 14 दिनों की अंतरिक्ष यात्रा शुरू होने वाली है और पूरा विश्व उत्साह और उम्मीद के साथ देख रहा है।" उड़ान भरने के कुछ घंटों बाद उन्होंने अंतरिक्ष से अपना पहला संदेश जारी करते हए कहा, वाह... अद्भुत सफर था... सच कहूं तो जब मैं कल लॉन्चपैड पर कैप्सूल ग्रेस में बैठा था तो मेरे दिमाग में एक ही विचार था कि चलो बस चलते हैं।"

Created On :   26 Jun 2025 11:46 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story