Uttarakhand Cloudburst: घर बहे-रास्ते बंद, उत्तरकाशी में तबाही का मंजर, जानें रेस्क्यू ऑपरेशन में क्यों आ रही इतनी मुश्किल?

- उत्तरकाशी में कुदरत का कहर जारी
- कई सड़कें क्षतिग्रस्त
- यातायात बुरी तरह प्रभावित
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तराखंड में कुदरत ने तबाही मचा दी है। उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने के बाद आई बाढ़ और लैंडस्लाइट से प्रभावित लोगों का रेस्क्यू जारी है। अब भी करीब 60 से 70 लोग लापता बताए जा रहे हैं। 11 जवानों का भी कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है। वहीं, 5 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। सड़कें बुरी तरह ढह गईं हैं। यही वजह है कि रेस्क्यू टीम को काम करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। NDRF के डीआईजी गंभीर सिंह चौहान ने बताया कि उन्हें कितनी मुश्किल परिस्थिति से गुजर रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि 4 टीम धराली पहुंच नहीं पा रही हैं क्योंकि सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। वहीं, कल यानि बुधवार को 35 कर्मचारी हेलीकॉप्टरों की मदद से धराली पहुंचने में सफल रहे।
रेस्क्यू में क्यों आ रही परेशानी?
उत्तरकाशी के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे बचाव कार्यों पर NDRF के डीआईजी गंभीर सिंह चौहान ने बचाव अभियान में आ रही मुश्किलों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमारे पास चार टीमें हैं, लेकिन सभी सड़कें अवरुद्ध और क्षतिग्रस्त होने के कारण वे धराली नहीं पहुंच पाए हैं। कल 35 कर्मचारी हेलीकॉप्टरों के माध्यम से पहुंचे। हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू होने के साथ ही कर्मचारियों और निकाले गए लोगों का आना-जाना शुरू हो गया है। संचार संबंधी समस्या भी थी, लेकिन आज सुबह से हमारे सैटेलाइट फोन काम कर रहे हैं।
बचाव अभियान जारी
आपको बता दें कि, राज्य प्रशासन, सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ और यहां तक कि स्थानीय लोग भी खोज और बचाव कार्यों में एक-दूसरे की मदद करने में जुटे हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, अब तक 140 से भी अधिक लोगों को बचाया जा चुका है।
उत्तरकाशी बादल फटने की घटना: एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें उत्तरकाशी के मातली हेलीपैड से राहत सामग्री लेकर हेलीकॉप्टर के जरिए उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित इलाकों के लिए रवाना हो रही हैं। pic.twitter.com/GCpNl5MImJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 7, 2025
Created On :   7 Aug 2025 10:31 AM IST