सदन में हंगामे के बीच मेघालय तक पहुंची मणिपुर की आग, मिजोरम में भी पलायन की खबर, क्या मणिपुर की आग में झुलसेगा पूरा पूर्वोत्तर?

सदन में हंगामे के बीच मेघालय तक पहुंची मणिपुर की आग, मिजोरम में भी पलायन की खबर, क्या मणिपुर की आग में झुलसेगा पूरा पूर्वोत्तर?
  • मणिपुर में हिंसा
  • मेघालय में सीएम ऑफिस पर हमला
  • मिजोरम से असम पहुंचे कई लोग

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर में तीन महीने से जारी हिंसा और महिला के साथ की गई अभ्रदता की आंच दिल्ली संसद और मेघालय तक पहुंच गई है। सदन में जहां जनता के द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों के बीच मणिपुर में मची हिंसा की आग पर चर्चा होनी चाहिए थी। वहां सिर्फ हंगामा मचा हुआ है। हंगामे के चलते चार दिन से मानसून सत्र की कार्यवाही स्थगित हो जाती है। आज भी वही हुआ जो होता चला आ रहा है।

मानसून सत्र हंगामा और बाधित कार्यवाही

सत्र की शुरूआत से ही मणिपुर महिला और हिंसा मामले को लेकर संसद में हंगामा जारी है। भारी हंगामे के चलते आज फिर लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई है। कार्यवाही सिर्फ अपने अपने बयानों पर डटे रहने के लिए स्थगित की जा रही है ,और पक्ष- विपक्ष अपनी अपनी रणनीति बनाने में जुटा है। कोई किसी की चुप्पी पर सवाल उठा रहा है, तो कोई दिन रात की हड़ताल करने पर बैठ गया है। कोई नियमों के अंतर्गत चर्चा चाहता है, तो कोई बिना नियमों के बहस के लिए तैयार है। सदन के बाहर भीतर सब चल रहा है, चल नहीं रहा तो केवल सदन। जिसे हंगामे के चलते बार बार, स्थगित करना पड़ रहा है।

अपनी अपनी बैठक और विरोध

पक्ष और विपक्ष दोनों अपने अपने बयानों पर अड़े हुए है। एक तरफ सरकार सदन में मणिपुर हिंसा पर चर्चा करने के लिए तैयार है, वहीं विपक्ष सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान देने की शर्त पर अड़ा हुआ है। संसद में गतिरोध के बीच बीजेपी ने संसदीय समिति की बैठक बुलाई है। पीएम मोदी भी इस बैठक में पहुंचे हैं। आपको बता दें मणिपुर मुद्दे पर उच्च सदन में चर्चा के लिए 11 सांसदों ने स्थगन प्रस्ताव भी दिया है।

मणिपुर मामला और चिंतित मेघालय

मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा के ऑफिस पर भीड़ ने सोमवार शाम को हमला कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम और हंगामे में पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। खबरों के मुताबिक गारो हिल्स स्थित सिविल सोसाइटी ग्रुप तुरा में शीतकालीन राजधानी की मांग को लेकर सैकड़ों लोगों ने सीएम ऑफिस को घेर लिया और पत्थरबाजी की। इससे दो दिन पहले मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने केंद्र से मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने और प्रभावित लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया।

मिजोरम और असम में बेचैनी

पड़ोसी प्रदेश मणिपुर में हिंसा, हमले, आग और अंशाति के बीच मिजोरम में बेचैनी बढ़ गई है। मिजोरम सरकार ने मैतई समुदाय के लोगों को सुरक्षित होने का न केवल आश्वासन दिया। मणिपुर में असामाजिक तत्वों की भीड़ द्वारा किए गए बर्बर और जघन्य कृत्य के मद्देनजर मणिपुर के लोगों के लिए मिजोरम में रहना अब सुरक्षित नहीं है। पूर्व उग्रवादियों के एक संगठन की चेतावनी के बाद मिजोरम से कई लोगों का पलायन शुरू हो गया है। कई लोग मिजोरम से असम पहुंच गए।

आपको बता दें तीन मई से मणिपुर में जारी हिंसा आज भी जारी है। जिस पर विचार करने की बात पर मणिपुर में हिंसा की आग जल रही है, उस पर न तो विचार हो रहा है, ना ही चर्चा। हो रहा है तो सिर्फ हंगामा, हिंसा, और हड़ताल। देश की ये खामोशी न जाने कितनो को निगल जाएगी।

Created On :   25 July 2023 3:25 PM IST

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