GST 2.0: चपाती से लेकर नोटबुक पर 0% GST, आपके काम की ये चीजें होंगी सस्ती, देखें List

- देशवासियों में खुशी की लहर
- रोजमर्रा की चीजों के लिए देनी होगी कम कीमत
- नोटबुक से लेकर चपाती तक नहीं लगेगा जीएसटी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इस वक्त देशवासियों कि खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि केंद्र सरकार ने रोजमर्रा की चीजों पर GST के दरों की कटौती कर दी है। इसका फैसला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में लिया। 12% और 28% वाले स्लैब खत्म होने के बाद उनमें आने वाली चीजें 5% और 18% वाले स्लैब में शामिल होंगी। अगर हम इसे एक उदाहरण की मदद से समझें तो, जिस वस्तु पर पहले 12% जीएसटी लगता था अब उस पर केवल 5% GST लगेगा। तो चलिए जानते हैं किन चीजों के रेट में कटौती होगी?
यह चीजें 5% वाले स्लैब में होंगी शामिल
इस लिस्ट में वनस्पति तेल, वनस्पति मोम, घी, मक्खन, पनीर, सोया दूध, चीनी, उबली हुई मिठाइयां, चॉकलेट, कोको पाउडर का नाम शामिल है। इसके अलावा पास्ता, कॉर्न फ्लेक्स, नूडल्स और बिस्कुट जैसी चीजें भी 5% वाले स्लैब में आएंगी। इसी के साथ सूची में जैम, जेली, मुरब्बा, मेवे/फलों का पेस्ट, सूखे मेवे, मेवे, फ्रूट जूस, नारियल पानी, हेयर ऑयल, शैम्पू, टूथपेस्ट, शेविंग उत्पाद, टैल्कम पाउडर, टॉयलेट साबुन (बार/केक), टूथब्रश, डेंटल फ्लॉस, छाते, बच्चों के नैपकिन/डायपर, पूरी तरह से बांस, बेंत, रतन से बने फर्नीचर, दूध के डिब्बे, सिलाई मशीन, सिलाई के लिए सुइयां, लोहा/स्टील/एल्यूमीनियम), कपास/जूट से बने हैंड बैग, शेविंग क्रीम/लोशन, आफ्टरशेव, ट्रैक्टरों के लिए हाइड्रोलिक पंप, ट्रैक्टर (इसमें 1800cc से ज्यादा क्षमता वाले सड़क ट्रैक्ट शामिल नहीं हैं), कम्पोस्टिंग मशीन जैसी चीजें भी शामिल हैं।
इन चीजों पर नहीं लगेगा GST
पैक पिज्जा ब्रेड
खाखरा
चपाती
रोटी
पेंसिल
शार्पनर
चॉक
मानचित्र
ग्लोब
चार्ट
प्रैक्टिस बुक
नोटबुक
'खाने-कपड़ों में दी गई राहत'
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नए जीएसटी स्ट्रक्चर को लेकर कहा कि ममता बनर्जी, राहुल गांधी के लोगों ने विरोध किया कि जीएसटी कम नहीं होना चाहिए लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प दृढ़ था। मध्यम वर्ग के लिए, उन्होंने देश के आम लोगों के लिए सभी क्षेत्रों में राहत प्रदान की है - भोजन, कपड़ा, आवास, स्वास्थ्य। बंगाल अब आम लोगों के लिए नहीं रहा। बंगाल वह बन गया है जो ममता बनर्जी बनाना चाहती थीं, उनका सारा काम बंगाल को बांग्लादेश बनाने की दिशा में जा रहा है, ताकि वे इसे बांग्लादेश की तरह बना सकें और मुसलमानों के बल पर सत्ता में बने रहें।
Created On :   4 Sept 2025 12:54 PM IST