सीनियरों से परेशान युवक ने की आत्महत्या,  विधायक कृष्णा खाेपडे का था भांजा

Bjp mla krishna khopde nephew committed suicide due to harassment
सीनियरों से परेशान युवक ने की आत्महत्या,  विधायक कृष्णा खाेपडे का था भांजा
सीनियरों से परेशान युवक ने की आत्महत्या,  विधायक कृष्णा खाेपडे का था भांजा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सीनियरों से परेशान एक युवक ने फांसी लगाकर आत्हत्या कर ली। युवक अक्षय पूर्व नागपुर के विधायक कृष्णा खोपडे का भांजा था। अक्षय राजेश्वर देशमुख ने अपार्टमेंट की छत पर लिफ्ट के स्टोर रूम में लोहे की सीढ़ी को केबल तार बांधकर फांसी लगा ली। अक्षय के परिजनों का आरोप है कि, वेकोलि के अधिकारियों ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया था। यह नौकरी उसे भू-संपादन के आधार पर लगी थी। अक्षय के पिता की उमरेड में जमीन थी। यह जमीन वेकोलि का प्रोजेक्ट शुरू होने पर संपादित की गई थी। इस जगह पर उसके पिता की दो जमीनें थीं। दोनों जमीनें वेकोलि ने संपादित की थी। दोनों जमीनों के भू-संपादन के चलते अक्षय और उसके बड़े भाई को वेकोलि में नौकरी लगी। अक्षय के बड़े भाई कुणाल को एक वर्ष पहले ही वेकोलि के सिविल लाइंस स्थित कार्यालय में नौकरी लगी थी। इसी कार्यालय में अक्षय को भी नौकरी लगी थी। अक्षय वेकोलि की दूसरी मंजिल पर कार्य करता था। उसका बड़ा भाई कुणाल छठवीं मंजिल पर कार्य करता है। 

सीसीटीवी कैमरे में छत पर जाता आया नजर 
सूत्रों के अनुसार पता चला है कि, अक्षय मंगलवार को अपने बड़े भाई कुणाल के साथ ड्यूटी से घर लौटा था। वह शाम को तैयार होकर बाहर जाने के लिए निकला। वह काफी देर तक घर नहीं लौटा, तो परिजन उसकी तलाश करने लगे। अक्षय जिस अपार्टमेंट में रहता है, वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे में अक्षय छत पर जाते हुए नजर आया। जब छत पर जाकर देखा गया तो सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई। अक्षय छत पर फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर चुका था। वह विधायक कृष्णा खोपडे की छोटी बहन ज्योति का छोटा बेटा था।

पुलिस सूत्रों के अनुसार अक्षय राजेश्वर देशमुख नंदनवन स्थित लक्ष्मी नारायण अपार्टमेंट में फ्लैट नं.-203 में परिवार के साथ रहता था। उसने गत 4 जून को शाम करीब 5.35 बजे अपार्टमेंट की छत पर लिफ्ट के स्टोर रूम में लोहे की सीढ़ी को केबल तार बांधकर फांसी लगा ली। अक्षय के मामा कृष्णा खोपडे का आरोप है कि, वह कुछ अधिकारियों से परेशान था। यह बात उसने मां ज्योति देशमुख को बताई थी। मूक-बधिर होने के बाद भी उससे अधिक कार्य कराया जाता था। उसे इस कदर परेशान कर दिया गया कि, वह आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गया। अक्षय द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना मिलने पर नंदनवन थाने के उपनिरीक्षक बारड सहयोगियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल भेजा। आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
 

Created On :   6 Jun 2019 9:57 AM GMT

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