पहलगाम अटैक: 'पाकिस्तान से आयात-निर्यात पर प्रतिबंध लगाना सही कदम', कांग्रेस नेता हरीश रावत ने दिया बड़ा बयान

पाकिस्तान से आयात-निर्यात पर प्रतिबंध लगाना सही कदम, कांग्रेस नेता हरीश रावत ने दिया बड़ा बयान
  • कांग्रेस नेता हरीश रावत ने दिया बड़ा बयान
  • कहा- पाकिस्तान से आयात-निर्यात पर प्रतिबंध लगाना सही कदम
  • 'आतंकवाद की कमर तोड़ने के लिए हर संभव प्रहार किया जाना चाहिए'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान से सभी आयात-निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के फैसले को सही कदम बताया। रावत ने इसे एक अच्छा और आवश्यक कदम बताया।

समाचार एजेंसी आईएएनएस से शनिवार को खास बातचीत के दौरान हरीश रावत ने कहा कि पाकिस्तान ने हमारे नागरिकों का खून बहाया है। ऐसे देश से किसी भी प्रकार का संबंध नहीं रखा जाना चाहिए। देश इससे भी कठोर कदमों की अपेक्षा कर रहा है। आतंकवाद की कमर तोड़ने के लिए हर संभव प्रहार किया जाना चाहिए। हमने सरकार से कहा है कि आप पाकिस्तान के खिलाफ जो भी कदम उठाएंगे, हम उसके साथ हैं।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने को लेकर सवाल किए जाने पर रावत ने कहा कि यह वक्त पुराने इतिहास को टटोलने का नहीं है। यह समय राष्ट्रीय एकता दिखाने का है। हमारी पार्टी की आधिकारिक लाइन स्पष्ट है कि हम सरकार के आतंकवाद विरोधी हर कदम के साथ खड़े हैं। कांग्रेस वर्किंग कमेटी साफ तौर पर कह चुकी है कि हम एकजुट हैं।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा कांग्रेस पर सेना का मनोबल तोड़ने के आरोप पर हरीश रावत ने कहा कि सत्ताधारी दल के प्रवक्ता को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। जब पूरा देश एकजुटता दिखा रहा है, तब वह ऐसा बयान देकर क्या यह संदेश देना चाहते हैं कि भारत में मतभेद हैं? उन्होंने पात्रा के उस बयान को भी गैरजिम्मेदाराना बताया, जिसमें कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी को 'पीडब्ल्यूसी- पाकिस्तान वर्किंग कमेटी' कहा गया।

उन्होंने कहा कि यह अपमानजनक है और दर्शाता है कि भाजपा अब भी राजनीतिक लाभ के लिए देश की एकता से खेल रही है। कांग्रेस की वर्किंग कमेटी इस वक्त देश, प्रधानमंत्री और सेना के साथ खड़ी है।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री द्वारा सिंधु जल को लेकर दी गई धमकी पर रावत ने कहा कि पाकिस्तान को अपने अतीत की हारें याद रखनी चाहिए, 1947, 1965, 1971 और कारगिल। अगर फिर से ताकत आजमाना चाहते हैं, तो आजमा लें, उन्हें फिर वही अंजाम मिलेगा। उन्होंने सरकार से अपील की कि सिंधु जल पर केवल निलंबन नहीं, बल्कि व्यावहारिक कदम उठाए जाएं और नहर व इंफ्रास्ट्रक्चर बनाए जाए, ताकि भारत के जल संसाधनों का अधिकतम उपयोग हो सके।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के यूट्यूब चैनल को भारत में बैन किए जाने के सवाल पर रावत ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से बड़ा कुछ नहीं है। सरकार ने जो भी कदम उठाया है, वह स्वागत योग्य है।

Created On :   4 May 2025 12:04 AM IST

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