Bihar election results: 'जनादेश को स्वीकार करें पार्टियां', बिहार चुनाव परिणाम पर बोले वारिस पठान, इसे बताया महागठबंधन की हार का प्रमुख कारण

जनादेश को स्वीकार करें पार्टियां, बिहार चुनाव परिणाम पर बोले वारिस पठान, इसे बताया महागठबंधन की हार का प्रमुख कारण
बिहार में महागठबंधन को मिली शिकस्त पर एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने कहा कि हमारी पार्टी को गठबंधन में शामिल न कर उन्होंने बड़ी गलती की थी। इससे अल्पसंख्यक वोटर्स बंट गए और उनको काफी नुकसान पहुंचा।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को ऐतिहासिक जीत मिली है। वहीं महागठबंधन को करारी शिकस्त मिली है। गठबंधन 50 सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका है। वहीं पिछले विधानसभा चुनाव की तरह ही इस चुनाव में भी असदुद्दीन की पार्टी एआईएमआईएम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 सीटें जीती हैं। चुनाव परिणाम पर पार्टी के वरिष्ठ नेता वारिस पठान ने प्रतिक्रिया दी है। उन्‍होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जनता ने जो जनादेश दिया है, उसे सभी राजनीतिक दलों को सम्मानपूर्वक स्वीकार करना चाहिए।

फेल रहा महागठबंधन

वारिस पठान ने महागठबंधन को चुनावी रणनीति में असफल करार देते हुए कहा कि विपक्ष को भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर रणनीति बनानी चाहिए थी। भाजपा को हराने के लिए महागठबंधन की एक ठोस रणनीति होनी चाहिए थी, लेकिन वे पूरी तरह फेल रहे। महागठबंधन के भीतर ही कई मुद्दों को लेकर तकरार चल रही थी।

एआईएमआईएम की वजह से हुआ नुकसान

पठान ने बताया कि एआईएमआईएम को महागठबंधन में शामिल होने का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन पार्टी ने सेकुलर वोटों के विभाजन को रोकने के लिए छह सीटों की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन ने अहंकारवश उनकी बात नहीं मानी और अंततः एआईएमआईएम के वोट काटे, जिससे कई सीटों पर उनकी पार्टी को नुकसान हुआ।

उन्होंने आगे कहा कि महागठबंधन की वजह से अल्पसंख्यक वोटों का विभाजन हुआ। यदि ऐसा नहीं होता तो हमारी पार्टी 15 सीटों तक जीत सकती थी। असली वोट कटवा महागठबंधन वाले हैं।

Created On :   15 Nov 2025 9:55 PM IST

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