Bihar election result: जंगलराज की वापसी के डर से लेकर महिलाओं को पैसे बांटने तक, प्रशांत किशोर ने बताईं चुनाव में हार की वजहें

जंगलराज की वापसी के डर से लेकर महिलाओं को पैसे बांटने तक, प्रशांत किशोर ने बताईं चुनाव में हार की वजहें
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। प्रदेश की कुल 243 सीटों में से गठबंधन को 202 सीटें मिलीं। वहीं महागठबंधन 33 सीटों पर सिमट गया। वहीं चुनाव में पहली बार हिस्सा ले रही जनसुराज पार्टी चुनाव में अपना खाता भी नहीं खोल सकी।

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। प्रदेश की कुल 243 सीटों में से गठबंधन को 202 सीटें मिलीं। वहीं महागठबंधन 33 सीटों पर सिमट गया। वहीं चुनाव में पहली बार हिस्सा ले रही जनसुराज पार्टी चुनाव में अपना खाता भी नहीं खोल सकी। चुनाव के परिणाम पर पार्टी के संस्थापक और प्रसिद्ध चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वोटिंग के रुझान जमीनी प्रतिक्रिया से बिल्कुल भी मेल नहीं खाते हैं। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव में एनडीए की बंपर जीत और विपक्ष की हार की वजहें भी बताई।

इंडिया टुडे से बातचीत में प्रशांत किशोर ने हार के कारण बताए। उन्होंने कहा कि ऐसा अभी तक हुए चुनावों में पहली दफा हुआ है जब वोटिंग से ठीक पहले जीविका दीदी योजना के तहत 50 हजार महिलाओं के खातों में पैसे भेजे गए।

पीके ने दावा किया कि चुनाव के ऐलान से लेकर वोटिंग तक महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये की राशि डाली गई। उनसे यह कहा गया कि यह पहली किस्त है उन्हें कुल 2 लाख रुपये मिलेंगे। यदि वे एनडीए को वोट देंगी तो उन्हें बकाया राशि मिलेगी वरना नहीं। पीके ने कहा कि केवल बिहार ही नहीं, पूरे देश में उन्होंने किसी सरकार को 50 हजार रुपये बांटते नहीं देखा।

दूसरा कारण पीके ने लालू यादव और जंगलराज की वापसी के लोगों में फैले डर को बताया। उन्होंने कहा कि वोटिंग से पहले तक लोगों को लग रहा था कि जनसुराज को 10 से 20 फीसदी वोट मिलेंगे। लेकिन चुनाव के नजदीक आते-आते लोगों को लगने लगा कि जनसुराज तो जीत नहीं रही है कहीं ऐसा नहीं हो कि जनसुराज को वोट देने जाएं और जंगलराज की वापसी हो जाए। ऐसे में कई वोटर बदल गए और उन्होंने हमारी पार्टी से दूरी बना ली।

बता दें कि 243 सीटों में से जनसुराज ने 238 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से एक भी सीट पर पार्टी को जीत नहीं मिली। कई उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई और कई को नोटा से भी कम वोट मिले। अपने इस करारी हार पर पीके ने कहा कि वह हार की वजहों को लेकर गंभीर समीक्षा कर रहे हैं।

Created On :   23 Nov 2025 1:31 PM IST

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