Bihar Politics: CWC का वीडियो आया सामने, जेडीयू ने लपका मुद्दा, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को लेकर कर दी ये टिप्पणी

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने पटना में कार्यसमिति की बड़ी बैठक बुलाई थी। जिसे लेकर जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसा है। उन्होंने कहा राहुल गांधी और तेजस्वी यादव में कुछ भी ठीक नहीं है। उनके बीच दूरियां बढ़ गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी, तेजस्वी यादव से बात करना बंद कर दिए हैं, क्योंकि यादव की छवि दागदार है। कांग्रेस नेता तेजस्वी के पॉलिटिकल करियर को ध्वस्त करने में लगे हैं। जदयू प्रवक्ता ने महागठबंधन के ईबीसी घोषणा पत्र रिलीज के वीडियो को लेकर तंज कसा है।
राहुल गांधी खुद अलग कुर्सी पर बैठे
बीते बुधवार को हुई कांग्रेस की बड़ी मीटिंग में तेजस्वी यादव, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, मुकेश सहनी समेत महागठबंधन के सभी घटक दल शामिल हुए। इसमें अतिपिछड़ा न्याय संकल्प पत्र को घोषित किया। नीरज कुमार के मुताबिक, इस दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मंच पर दूरियां बनाते नजर आए। राहुल गांधी के लिए जो कुर्सी रिजर्व की गयी थी, उस पर नहीं बैठे। राहुल गांधी ने अपने और तेजस्वी के बीच में मल्लिकार्जुन खरगे को बैठाया। खरगे पहले से मुकेश सहनी के बगल बैठे थे। राहुल गांधी ने उन्हें वहां से उठाया और अपनी कर्सी पर बैठा दिया। वे खुद खरगे की कुर्सी पर बैठ गए।
दोनों नेता है आरोप
इस बैठक का एक वीडियो बाहर आने से सियासी गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई है। जेडीयू ने इस वीडियो को लेकर कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव आरोप है। उन्होंने यादव को फोर ट्वेंटी के आरोपी है, जबकि राहुल गांधी ईडी के हैं। दोनों को एक साथ बैठना चाहिए था। लेकिन साथ नहीं बैठे इसका मतलब साफ है कि तेजस्वी यादव कितना भी जलन रख ले। लेकिन, कांग्रेस उनके पॉलिटिकल करियर को ध्वस्त कर के रहेगी। आखिर तेजस्वी यादव के साथ राहुल गांधी ऐसा क्यों कर रहे हैं। बिहार में पिछले विधानसभा चुनाव में राजद के विधायक ज्यादा संख्या में जीते थे। वही कांग्रेस का प्रदर्शन निराश करने वाला था। जिसके कारण यह मन मुटाव हो रहा है। लालू के बेटे को बगल में नहीं बैठाया। यह सबसे बड़ा अपमान है।
इस घटना क्रम पर बीजेपी नेता नीरज कुमार कि सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। जो साफ दिखाई दे रहा है। दोनों नेताओं के बीच दूरियां आ गई हैं। इसलिए साथ नहीं बैठ रहे हैं। कांग्रेस हमेशा से राजद से बड़ी पार्टी होने का दावा कर रही है। महागठबंधन में सत्ता की लालसा के कारण आपस में ही झगड़े हो रहे हैं। और इस बार भी बिहार में एनडीए की सरकार बनने जा रही है।
बिहार जनता सीएम नहीं करेगी तय
इस तस्वीर पर सियासत इसलिए हो रही है। क्योंकि महागठबंधन में अभी तक कोई सीएम चेहरा सामने नहीं आया है। तेजस्वी यादव खुद को इंडिया गठबंधन का चेहरा बता रहे हैं। लेकिन, कांग्रेस इस पर अभी खुल कर नहीं बोल रही हैं। शायद उसे सीएम पद की लालसा है। राहुल गांधी इस पर जवाब देने से बचते नजर आए। कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह ने जब तेजस्वी यादव को चीफ मिनिस्टर कैंडिडेट के लिए नाम आगे किया तो उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया। अल्लावारू, पप्पू यादव और अन्य केंद्रीय नेता भी कह रहे हैं कि बिहार की जनता सीएम तय करेगी।
Created On :   26 Sept 2025 12:05 AM IST