बिहार सियासत: 'उन्होंने झूठ के सहारे राजनीतिक करियर शुरू किया', BJP सांसद ने की प्रशांत किशोर से माफी मांगने की डिमांड

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जनसुराज पार्टी के संस्थापक अपने राजनीतिक करियर को अलविद नहीं कह रहे हैं। उन्होंने मंगलवार (18 नवंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कर दिया कि वह फिर से चुनाव लड़ेंगे। प्रशांत किशोर के बयान पर बीजेपी सांसद संजय जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रशांत किशोर को बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए। सांसद ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि प्रशांत किशोर ने झूठ के सहारे अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत की है।
यह भी पढ़े -'चर्चा चल रही है मुझे लगता है कि आज से...', NDA सरकार के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर चिराग पासवान ने कही ये बात
यह भी पढ़े -करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने आवास पर बुलाई विशेष बैठक, चुनाव आयोग और SIR को कठघरे में खड़ा किया
'प्रशांत किशोर जनता से माफी मांगें'
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के बयान पर बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि अगर जेडीयू 25 सीटें भी जीत ले तो भी वो राजनीति से संन्यास ले रहे हैं, अगर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनते भी हैं तो भी वो राजनीति से संन्यास ले रहे हैं। जिसने खुद झूठ से अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत की हो, उसके बारे में ऐसा कहना अजीब है। उन्हें बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए कि उन्होंने झूठ के सहारे अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत की। सच्चाई के साथ काम करोगे तो आगे बढ़ोगे।
प्रशांत किशोर ने क्या कहा था?
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पीसी में कहा कि हमने ईमानदार कोशिश की, लेकिन वो पूरी तरह असफल रही। इसे स्वीकार करने में कोई हर्ज नहीं है। व्यवस्था परिवर्तन की तो बात ही छोड़िए, हम सत्ता परिवर्तन भी नहीं ला पाए। लेकिन बिहार की राजनीति को बदलने में हमारी कुछ भूमिका जरूर रही। हमारी कोशिशों में, हमारी सोच में, और जिस तरह से हमने ये समझाया कि जनता ने हमें नहीं चुना, उसमें जरूर कोई न कोई चूक रही होगी। अगर जनता ने हम पर विश्वास नहीं दिखाया, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी मेरी है। मैं ये जिम्मेदारी 100% अपने ऊपर लेता हूं कि मैं बिहार की जनता का विश्वास नहीं जीत पाया।
'हमने पैसे देकर उनके वोट नहीं खरीदे'
उन्होंने आगे कहा कि मैं बिहार की जनता को यह समझाने में नाकाम रहा कि उन्हें किस आधार पर वोट देना चाहिए और उन्हें एक नई व्यवस्था क्यों बनानी चाहिए। इसलिए, प्रायश्चित के तौर पर, मैं 20 नवंबर को गांधी भितिहरवा आश्रम में एक दिन का मौन व्रत रखूंगा। हमसे गलतियां हो सकती हैं, लेकिन हमने कोई अपराध नहीं किया है। हमने समाज में जाति-आधारित जहर फैलाने का अपराध नहीं किया है। हमने बिहार में हिंदू-मुस्लिम की राजनीति नहीं की है। हमने धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का अपराध नहीं किया है। हमने बिहार की गरीब, मासूम जनता को पैसे देकर उनके वोट खरीदने का अपराध नहीं किया है।
Created On :   18 Nov 2025 5:38 PM IST













