बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बोधगया आरजेडी का गढ़, सबसे अधिक पांच बार जीता

बोधगया आरजेडी का गढ़, सबसे अधिक पांच बार जीता
बोधगया में अब तक 18 विधानसभा चुनाव हुए है, जिनमें से आरजेडी ने सबसे अधिक पांच बार जीत दर्ज की है, 2015 और 2020 में आरजेडी को जीत मिली थी। सीपीआई को तीन बार, बीजेपी और कांग्रेस को दो-दो बार जीत मिली है। भारतीय जनसंघ, स्वतंत्र पार्टी, जनता पार्टी, लोक दल, और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी), साथ ही निर्दलीय प्रत्याशियों को एक-एक बार जीत प्राप्त की है।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में बोधगया विधानसभा सीट गया जिले में आती है। 1957 में स्थापित बोधगया विधानसभा एससी आरक्षित सीट है। बोधगया ने किसी एक राजनीतिक विचारधारा के प्रति निष्ठा नहीं दिखाई, और वामपंथ से लेकर दक्षिणपंथ तक, साथ ही विभिन्न मध्यमार्गी और समाजवादी पार्टियों के उम्मीदवार यहां से निर्वाचित हुए है। बोधगया में 35.72 प्रतिशत आबादी एससी समुदाय की है। 7.3 प्रतिश मुस्लिम मतदाता हैं। बोधगया में 92.03 प्रतिशत ग्रामीण मतदाता, जबकि करीब 8 फीसदी शहरी वोटर्स हैं।

बोधगया में अब तक 18 विधानसभा चुनाव हुए है, जिनमें से आरजेडी ने सबसे अधिक पांच बार जीत दर्ज की है, 2015 और 2020 में आरजेडी को जीत मिली थी। सीपीआई को तीन बार, बीजेपी और कांग्रेस को दो-दो बार जीत मिली है। भारतीय जनसंघ, स्वतंत्र पार्टी, जनता पार्टी, लोक दल, और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी), साथ ही निर्दलीय प्रत्याशियों को एक-एक बार जीत प्राप्त की है।

बोधगया पूरी दुनिया में बौद्धों के लिए चार सबसे पवित्र स्थानों में से एक है। यहीं पर 534 ईसा पूर्व में 29 वर्ष की आयु में सिद्धार्थ गौतम को महाबोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था। बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति के करीब 200 साल बाद सम्राट अशोक बोधगया आए, अशोक ने यहां एक मंदिर और मठ का निर्माण करवाया, जिसे महाबोधि कहा जाता है। 2002 में यूनेस्को ने इसको विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।


Created On :   26 Oct 2025 3:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story