बिहार विधानसभा चुनाव 2025: चुनावों में बोचाहा राजनीति का रहा है उठापटक वाला केंद्र,किसी एक पार्टी की ना तो सीधी बढ़त है, ना ही स्थाई वोट

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में बोचाहा विधानसभा सीट मुजफ्फरपुर जिले में आती है, 1967 में गठित हुई बोचाह विधानसभा सीट एससी आरक्षित सीट है। अब तक यहां 16 बार चुनाव हुए हैं, जिनमें 2009 और 2022 के उपचुनाव भी शामिल हैं। बोचाहा में सबसे अधिक पांच बार आरजेडी की जीत हुई है, 2020 के उपचुनाव को भी आरजेडी ने जीता था। 2020 के विधानसभा चुनाव में वीआईपी को जीत मिली। लेकिन उनके निधन से 2022 में उपचुनाव हुआ था।
बोचाहा में समय-समय पर कई अन्य दलों को भी जीत मिली है- संयुक्त समाजवादी पार्टी, जनता पार्टी और जनता दल ने दो-दो बार, जबकि हिंदुस्तानी शोषित दल, लोकदल, जेडीयू, VIP और एक निर्दलीय उम्मीदवार की एक एक बार जीत हुई है। बोचाहा विधानसभा अधिकतर ग्रामीण क्षेत्र है, यहां शहरी मतदाताओं की हिस्सेदारी करीब 3.50 प्रतिशत है।
बोचाहा में सबसे लंबे समय तक प्रतिनिधित्व करने वाले नेता रामई राम है, जो बिहार की कई सरकारों में मंत्री पद पर रहे, उन्होंने पहला चुनाव 1972 में हिंदुस्तानी शोषित दल के प्रत्याशी के रूप में जीता ,उसके बाद 1980 से 2010 तक जनता पार्टी, लोकदल, जनता दल, आरेजडी और जेडीयू के टिकट पर लगातार जीत हासिल करते रहे। वो 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर , 2015 में जेडीयू ,2020 में आरजेडी प्रत्याशी के रूप में वो विधानसभा चुनाव हार गए। बोचाहा विधानसभा में 19.87 प्रतिशत एससी ,13.50 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता है।
चुनावों में बोचाहा राजनीति का एक उठापटक केंद्र रहा है। बोचाहा में किसी एक पार्टी की ना तो सीधी बढ़त है , ना ही स्थाई वोट। चुनावी मैदान में प्रत्याशी की साफ सुधरी छवि, स्थानीय मुद्दे और क्षेत्र में की गई जमीनी पकड़ चुनावी नतीजे तय करती है। यहां चुनाव ओपन गेम की तरह है, जहां परिणाम किसी भी दिशा में जा सकते हैं।
बोचाहा एक समतल और कृषि प्रधान क्षेत्र है, कृषि यहां की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान करती हैं। सड़क परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाल स्थिति है। मुसहरी क्षेत्र के किनारों पर रहने वाले वोटर्स अर्ध-शहरी व्यवहार दिखाते हैं, लेकिन सीट की ग्रामीण पहचान अब भी बरकरार है।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।
Created On :   26 Oct 2025 2:20 PM IST












