बिहार विधानसभा चुनाव 2025: चकाई की जनता की निष्ठा किसी एक राजनीतिक के प्रति स्थाई नहीं, निर्दलीय से लेकर हर दल को मिला जीतने का मौका

चकाई की जनता की निष्ठा किसी एक राजनीतिक के प्रति स्थाई नहीं, निर्दलीय से लेकर हर दल को मिला जीतने का मौका
1962 में गठित चकाई विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की निष्ठा किसी एक पार्टी के प्रति टिकाउ नहीं है। चकाई में अब तक हुए 15 चुनावों में इस सीट पर कई पार्टियों ने जीत दर्ज की है। चकाई में शिक्षा की स्थिति चिंताजनक है

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में चकाई विधानसभा क्षेत्र जमुई लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है। 1962 में गठित चकाई विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की निष्ठा किसी एक पार्टी के प्रति टिकाउ नहीं है। चकाई में अब तक हुए 15 चुनावों में इस सीट पर कई पार्टियों ने जीत दर्ज की है।

समाजवादी पार्टी और संयुक्त समाजवादी पार्टी ने शुरुआती तीन चुनाव जीते, जबकि बीजेपी और निर्दलीय उम्मीदवारों ने तीन-तीन बार जीत हासिल की। कांग्रेस ने दो बार, और जनता दल, एलजेपी ,आरजेडी व झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने एक-एक बार जीत दर्ज की है। 2010 में झामुमो के टिकट पर सुमित कुमार सिंह की जीत हुई, 2020 में निर्दलीय प्रत्याशियों के रूप में जीत हुई। जबकि 2015 में उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर हार मिली। 2015 में आरजेडी की जीत हुई।

चकाई में शिक्षा की स्थिति चिंताजनक है। यहां की साक्षरता दर 50 फीसदी से भी कम है। सामाजिक समीकरण की बात करें तो चकाई में 10.56% एसटी, व 15.6% एससी ,11.5% मतदाता मुस्लिम समुदाय है। चकाई में अधिकांश मतदाता ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं, जबकि शहरी मतदाताओं की हिस्सेदारी मात्र 1.31% है।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर थी।

Created On :   27 Oct 2025 2:07 PM IST

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