बिहार विधानसभा चुनाव 2025: धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक के संगम रीगा विधानसभा सीट जिसके साथ नीतीश,उसका जीतना तय

डिजिटल डेस्क, पटना। नेपाल बॉर्डर से सटे सीतामढ़ी जिले की रीगा विधानसभा सीट का अपना अलग ही मिजाज है, इस सीट पर पूरे बिहार की धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक नीति देखने को मिलती है। चुनाव में आरजेडी, बीजेपी -जेडीयू गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला होता है।
आपको बता दें जब नीतीश बीजेपी के साथ मिलकर रीगा में चुनाव लड़ते है तो बीजेपी यहां से चुनाव जीतती है। 2020 में बीजेपी ने जीत हासिल की, जबकि 2015 में नीतीश, बीजेपी से अलग होकर आरजेडी के साथ मिल कर चुनाव लड़े तो यहां से बीजेपी को हार मिली।
रीगा विधानसभा में कुल वोटर्स की संख्या 3,25,122 है जिसमें पुरुष वोटर्स की संख्या 1,72,123, महिला वोटर्स 1,52,988, और थर्ड जेंडर 11 हैं। इस तरह विधानसभा में कुल वोटर्स की संख्या 3,25,122 है। 2020 में यहां बीजेपी ने चुनाव जीता था, अबकी बार विपक्ष का इंडिया गठबंधन भी यहां जी तोड़ मेहनत कर रहा है। इंडिया के राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने अपनी वोटर अधिकार यात्रा के दौरान यहां से चुनाव जीतने का दावा किया था।
ग्रामीण वोटर्स की बहुलता वाली रीगा विधानसभा सीट में अधिकतर लोग खेती किसानी करते है। क्षेत्र की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था है। हर साल आने वाली बाढ़ किसानों के सपनों पर पानी फेर देती है। इस चुनाव में रीगा में चुनावी मुद्दों के साथ पार्टी उम्मीदवारों की रणनीति खासतौर पर चर्चा का विषय बनी हुई है। विकास का गुणगान करने वाली सरकार का यहां विकास कोसों दूर तक नजर नहीं आता है, हालांकि सरकार ने यहा सीता माता के मंदिरों के विकास जरूर किया है। माता जानकी मंदिर परियोजना ने इस क्षेत्र को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। रीगा धार्मिक,सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से बिहार के नक्शे पर महत्वपूर्ण हैं।
Created On :   8 Oct 2025 3:59 PM IST