Etawah Case: 'आजादी के 75 साल बाद भी हम...', इटावा में कथावाचक के साथ बदसलूकी पर बोले संजय सिंह, योगी सरकार पर जमकर साधा निशाना

- इटावा कथावाचक बदसलूकी मामले में गरमाई सियासत
- आप सांसद संजय सिंह ने सामाजिक व्यवस्था को दिया दोष
- स्कूल के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरा
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक के साथ मारपीट वाले मामले पर सियासत गरमाई हुई है। विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच इसे लेकर जुबानी जंग छिड़ गई है। इस मामले पर अब आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कथावाचक को मारा गया, उसका सिर मुंडवाया गया और उसे पेशाब पीने पर मजबूर किया गया, यह दिखाता है कि आजादी के 75 साल बाद भी जाति व्यवस्था की जकड़न से हम लोग बाहर नहीं हो पाए हैं। आज देश में हिंदुओं की 80-85 फीसदी आबादी पिछड़ों, दलित और आदिवासियों की है। भेदभाव की व्यवस्था अभी भी उनको हिंदू मानने को राजी नहीं है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए आप सांसद ने कहा कि आज कहीं मंदिर में प्रवेश करने से...कहीं कथावाचन से तो कहीं घोड़ी पर बैठने से लोगों को रोका जाता है जो ये दिखाता है कि अभी भी सामाजिक रूप से देश में भेदभाव होता है।
'स्कूल बंद हो रहे...मदिरालय खुल रहे'
वहीं स्कूलों के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरते हुए संजय सिंह ने कहा, "छात्रों और उनके अभिभावकों के साथ एक बहुत बड़ा विश्वासघात है। इतनी बड़ी संख्या में स्कूलों को बंद करने की योजना बना ली। यहां पर 2024 का आंकड़ा मैं देख रहा था। 27 हजार 308 नए मदिरालय यूपी में खोल गए। एक तरफ आप मदिरालय खोल रहे हैं दूसरी तरफ आप 27 हजार विद्यालय बंद करने जा रहे हैं।"
'हम गांव-गांव आंदोलन करेंगे'
उन्होंने आगे कहा, "ये दिखाता है कि योगी सरकार और बीजेपी की प्राथमिकता आज क्या है। उनकी प्राथमिकता झगड़े कराना, लड़ाई कराना, दंगे कराना और फसाद कराना है। उनकी प्राथमिकता में बच्चों की शिक्षा है ही नहीं। आम आदमी पार्टी पूरे उत्तर प्रदेश में इसका विरोध करेगी। गांव-गांव में हम आंदोलन करेंगे। जहां भी स्कूल बंद हो रहे हैं, हम प्रयास करेंगे कि वो स्कूल बंद न किए जाएं। ये छात्रों के भविष्य के साथ एक धोखा है।"
Created On :   26 Jun 2025 10:36 PM IST