बिहार विधानसभा चुनाव 2025: गोविंदगंज विधानसभा सीट पर बदलते राजनीतिक समीकरणों ने बदली जीत की रणनीति

गोविंदगंज विधानसभा सीट पर बदलते राजनीतिक समीकरणों ने बदली जीत की रणनीति
1952 से लेकर 1967 तक कांग्रेस ने यहां से लगातार जीत दर्ज की , 1980 के बाद से कांग्रेस यहां दोबारा परचम नहीं लहरा पाई। 2008 के परिसीमन के बाद यहां से समीकरण बदल गए। यहां की जनता नए राजनीतिक समीकरण गढ़ती है। जिनके आगे बड़ी बड़ी पार्टियों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ती है। विकास और स्थानीय मुद्दे चुनाव को प्रभावित करते है।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में गोविंदगंज विधानसभा सीट पूर्वी चंपारण जिले में आती है। गोविंदगंज सीट का सियासी इतिहास काफी रोचक रहा है। शुरूआती चुनावी इतिहास में सीट पर एकतरफा कांग्रेस का राज था।

बदलते राजनीतिक परिदृश्य और समीकरणों से अन्य दलों ने जीत दर्ज की। 1952 से लेकर 1967 तक कांग्रेस ने यहां से लगातार जीत दर्ज की , 1980 के बाद से कांग्रेस यहां दोबारा परचम नहीं लहरा पाई। 2008 के परिसीमन के बाद यहां से समीकरण बदल गए। यहां की जनता नए राजनीतिक समीकरण गढ़ती है। जिनके आगे बड़ी बड़ी पार्टियों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ती है। विकास और स्थानीय मुद्दे चुनाव को प्रभावित करते है।

2020 में बीजेपी के सुनील मणि त्रिपाठी, 2015 में एलजेपी के राजू तिवारी, 2010 में जेडीयू के मीना द्विवेदी, 2005 में बीजेपी की अवनीश कुमार सिंह, 2000 में आरजेडी के मनोज कुमार सिंह ने चुनाव जीता था।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।

Created On :   17 Oct 2025 1:56 PM IST

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